कोरोनावायरस का टिका लगवाने वाली महिलाओं को रही घातक समस्या, शुरू हुई जांच

यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी (EMA) की सुरक्षा समिति ने बीते शुक्रवार को एक बयान जारी किया जिसमे यह कहा गया कि वह फाइजर, बॉयोएनटेक मॉडर्ना के टीके प्राप्त करने वाली महिलाओं में आ रही भारी मासिक धर्म रक्तस्राव मासिक धर्म नहीं आने की रिपोर्ट की समीक्षा कर रही है। आप सभी को बता दें कि एजेंसी ने यह भी कहा कि, 'यह आकलन मैसेंजर आरएनए तकनीक पर आधारित दोनों टीकों में से किसी एक को प्राप्त करने के बाद मासिक धर्म संबंधी विकारों की रिपोर्ट के मद्देनजर किया गया है यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि इसके क्या कोई कारण है।'

इसके अलावा एजेंसी का कहना है कि 'यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि टीकों रिपोर्टों के बीच कोई संबंध है या नहीं। मासिक धर्म संबंधी विकार बुनियादी चिकित्सा स्थितियों के साथ-साथ तनाव थकान से भी हो सकते हैं।' वहीं दूसरी तरफ ईएमए ने कहा, इस तरह के विकारों के मामलों को भी कोविड​​-19 संक्रमण के बाद रिपोर्ट किया गया है। जी दअसल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ द्वारा वित्त पोषित एक हालिया अध्ययन में यह सामने आया है कि COVID-19 के खिलाफ टीकाकरण मासिक धर्म चक्र की लंबाई में एक छोटे, अस्थायी परिवर्तन से जुड़ा है, जिसने मासिक धर्म चक्र को ट्रैक करने वाले स्मार्टफोन ऐप के लगभग 4,000 उपयोगकर्ताओं से डेटा एकत्र किया है।

आप सभी को बता दें कि ईएमए की फार्माकोविजिलेंस रिस्क असेसमेंट कमेटी (Pharmacovigilance Risk Assessment Committee-PRAC) ने कहा कि, 'उसने सभी उपलब्ध आंकड़ों की जांच करने का फैसला किया है, जिसमें रोगियों, हेल्थ पेशेवरों क्लीनिकल ट्रायल्स (clinical trials) के डेटा के साथ प्रकाशित रिपोर्ट्स शामिल हैं।' वहीं एजेंसी ने बीते शुक्रवार को कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि COVID-19 के टीके प्रजनन क्षमता पर असर डाल रहे हैं।

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