सरकारी दस्तावेज़ों से एक 'झटके' में गायब हुआ 'हलाल' शब्द, मोदी सरकार का बड़ा फैसला

नई दिल्ली: भारत सरकार के ‘कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (Agricultural and Processed Food Products Export Development Authority)’ या APEDA ने अपने रेड मीट मैन्युअल में से ‘हलाल’ शब्द को ही हटा दिया है और इसके बिना ही गाइडलाइन्स जारी कर दी हैं। इसके लिए काफी समय से अभियान चला रहे हरिंदर एस सिक्का ने सोशल मीडिया पर इस बारे में जानकारी दी है।

उन्होंने इसके लिए पीएम मोदी और केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल को शुक्रिया कहा है। सरकार के इस कदम के बाद अब ‘हलाल’ सर्टिफिकेट की आवश्यकता ही ख़त्म हो जाएगी और सभी तरह के वैध मीट कारोबारी अपना पंजीकरण करा सकेंगे। हरिंदर सिक्का ने इसे बिना किसी पक्षपात के ‘एक देश, एक नियम’ के तहत लिया गया फैसला बताया और कहा कि ये ‘हलाल’ मीट परोस रहे रेस्टॉरेंट्स के लिए भी एक संदेश है।

APEDA ने अपने ‘फूड सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम’ के स्टैंडर्ड्स और क्वालिटी मैनेजमेंट के डॉक्यूमेंट में परिवर्तन किया है। पहले इसमें लिखा हुआ था कि जानवरों को ‘हलाल’ प्रक्रिया का सख्ती से पालन करते हुए जिबह किया जाता है, जिसमें इस्लामी मुल्कों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखा जाता है। अब इसकी जगह लिखा गया है कि, “मीट को जहाँ इम्पोर्ट किया जाना है, उन मुल्कों की आवश्यकताओं के हिसाब से जानवरों का जिबह किया गया है।”

 

शी जिनपिंग से पंगा लेना पड़ा महंगा, 2 माह से 'लापता' हैं अलीबाबा के जैक मा

''कृषि कानून से हमारा कोई लेना-देना नहीं...'' कार्यालय में तोड़फोड़ के बाद कोर्ट पहुंचा रिलायंस

शानदार बढ़त के साथ शुरू हुआ शेयर बाजार

Related News