गहलोत सरकार ने बस किराए के मांगे 36 लाख, मायावती बोली- ये घिनोनी राजनीति

जयपुर: कोरोना वायरस महासंकट के बीच देश में प्रवासी श्रमिकों की समस्याएं बढ़ती नज़र आ रही हैं. लगातार हजारों श्रमिक पैदल ही अपने घर के लिए रवाना हो रहे हैं, इस बीच यूपी में योगी सरकार और कांग्रेस के बीच लगातार राजनीतिक बयानबाजी जारी है. अब बीते दिन राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने कोटा से यूपी सीमा तक भेजे गए बच्चों की बसों का बिल यूपी सरकार को सौंपा गया, जिस पर पूर्व सीएम और बसपा प्रमुख मायावती ने कांग्रेस पर हमला बोला है.

बसपा सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए राजस्थान सरकार को घेरा. मायावती ने लिखा, ‘राजस्थान की कांग्रेसी सरकार द्वारा कोटा से करीब 12000 युवा-युवतियों को वापस उनके घर भेजने पर हुए खर्च के रूप में यूपी सरकार से 36.36 लाख रुपए और देने की जो माँग की है वह उसकी कंगाली व अमानवीयता को प्रदर्शित करता है। दो पड़ोसी राज्यों के बीच ऐसी घिनौनी राजनीति अति-दुखःद।’.

मायावती ने आगे लिखा कि 'लेकिन कांग्रेसी राजस्थान सरकार एक तरफ कोटा से यूपी के छात्रों को अपनी कुछ बसों से वापस भेजने के लिए मनमाना किराया वसूल रही है तो दूसरी तरफ अब प्रवासी मजदूरों को यूपी में उनके घर भेजने के लिए बसों की बात करके जो राजनीतिक खेल खेल कर रही है यह कितना उचित व कितना मानवीय?' 

 

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