मुश्किलों के दौर से गुजरता मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर

नई दिल्ली: इन दिनों मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर मुश्किलों के दौर से गुजर रहा है.विनिर्माण क्षेत्र के खराब प्रदर्शन के कारण सितंबर महीने में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर घटकर 3.8 प्रतिशत रह गई. इसके अलावा टिकाऊ उपभोक्ता सामान खंड में गिरावट से भी आलोच्य महीने में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि प्रभावित हुई.

इस बारे में केंद्रीय सांख्यिकी संगठन के आंकड़ों पर यकीन करें तो चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 2.5 प्रतिशत रही, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान छमाही में यह 5.8 प्रतिशत थी. इसी तरह सितंबर महीने में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर घटकर 3.4 प्रतिशत रह गई जो कि पिछले साल 5.8 प्रतिशत रही थी.उधर टिकाऊ उपभोक्ता सामान खंड का उत्पादन भी सितंबर में तुलनात्मक रूप से 4.8 प्रतिशत घटा जबकि सितंबर 2016 में इसमें 10.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी.

बता दें कि बिजली उत्पादन क्षेत्र की वृद्धि दर भी सितंबर में घटकर 3.4 प्रतिशत रही, जो कि गत वर्ष 5.1 प्रतिशत थी. हालांकि, खनन क्षेत्र ने आलोच्य महीने में 7.9 प्रतिशत की वृद्धि जरूर दर्ज की है .जबकि पिछले साल इसमें 1.2 प्रतिशत की गिरावट आई थी. यह भी देखें 

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