शर्मनाक: बिल में कम पड़े 11 हज़ार रुपए, तो अस्पताल ने उतरवा लिया पीड़ित की पत्नी का मंगलसूत्र

मुंबई: महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के अंतर्गत आने वाले खामगाव से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. दरअसल, यहाँ एक परिवार के पास अस्पताल का बिल चुकाने में 11 हजार रुपए कम पड़ गए, तो अस्पताल प्रशासन ने मरीज की पत्नी का मंगलसूत्र उतरवा लिया. इस शर्मनाक और दर्दनाक खबर की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों में अस्पताल प्रशासन को लेकर अत्यधिक रोष उत्पन्न हो गया है.

कोरोना महामारी के दौरान कई ऐसे प्राइवेट अस्पताल हैं, जिनके बारे में लगातार यह शिकायत आ रही है कि वहां मरीजों के साथ मनमानी की जा रही है. इन घटनाओं में एक और वीभत्स उदाहरण जुड़ गया है. बुलढाणा के खामगाव के इस निजी अस्पताल में जब मरीज को बिल थमाया गया तो मरीज के पास 11 हजार रुपए कम थे. अस्पताल प्रशासन ने उस मरीज के रिश्तेदारों को यह साफ कह दिया कि जब तक 11 हजार रुपए का प्रबंध करवाकर अस्पताल के कैश काउंटर में जमा नहीं करवाया जाता, तब तक मरीज को डिस्चार्ज नहीं किया जाएगा. अंत में मरीज की पत्नी को गले से मंगलसूत्र उतार कर अस्पताल प्रशासन के हवाले करना पड़ा. संबंधित घटना को लेकर मरीज के पिता ने नाराजगी जताई है. उनके अनुसार, बेटे के उपचार के लिए बहू ने पहले ही अपने कान के गहने गिरवी रख दिए हैं. उनकी कीमत 28 हजार रुपए थी, किन्तु विवशता का फायदा उठाते हुए खरीदार ने महज 23 हजार रुपए दिए. अस्पताल से बेटे को डिस्चार्ज मिलने वाला था. 

किन्तु जब अस्पताल के प्रशासन ने हिसाब लगाया तो हमें और 11 हजार रुपए भरने को कहा गया. मरीज के पिता ने कहा कि अस्पताल प्रशासन ने कहा कि पैसे दिए बगैर वे उनके बेटे को डिस्चार्ज नहीं करेंगे. इसके बाद उन्होंने बहू के गले से मंगलसूत्र उतरवा लिया. चूंकि हमारा बेटा उनके अस्पताल में था, इसलिए बहू के पास मंगलसूत्र अस्पताल को सौंपने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा था. इन शब्दों में मरीज के बूढ़े पिता ने एक गरीब परिवार की असहाय अवस्था और अस्पताल प्रशासन की नीचता का उदाहरण लोगों के सामने जाहिर कर दिया.

सावधान हो जाएं PNB के ग्राहक, 30 जून से नहीं मिलेगी यह सर्विस

टाटा का बड़ा ऐलान- अगर कोरोना से हुई कर्मचारी की मौत, तो परिवार को 60 वर्षों तक मिलेगा पूरा वेतन

104 रुपए का 1 लीटर पेट्रोल, जानें आपके शहर में क्या हैं 'तेल' के दाम

Related News