महाकाल मंदिर प्रशासक बैठक

उज्जैन : श्री महाकाल मंदिर में प्रायवेट सुरक्षा गार्ड एवं सफाई कर्मियों को समय-समय पर मास्टर ट्रेनर्स के द्वारा प्रशिक्षण दिया जाये। उज्जैन की पहचान भगवान महाकालेश्वर से है और महाकाल मंदिर में देश-विदेश के लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते है। उज्जैन से अच्छी छवि लेकर यहां से जायें इस हेतु मंदिर के सुरक्षा गार्ड एवं सफाई कर्मियों का व्यवहार श्रद्धालुओं के प्रति मृदु होना चाहिए। इस हेतु इन्हें प्रशिक्षित किया जाना अनिवार्य है। मंदिर के समस्त सेवा देने वाले सेवकों का मंदिर में दानदाताओं के द्वारा दी जाने वाली दान राशि से वेतन दिया जाता है। दान के पैसे का दुरूपयोग न हो। समस्त सेवकों का मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ अच्छा व्यवहार होना चाहिए। इस आशय के निर्देश श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक श्री एस.एस.रावत ने संबंधित शाखा के अधिकारियों एवं शाखा प्रभारियों को दिये।

कर्मचारियों की उपस्थिति का डिसप्ले बोर्ड लगाया जाये

प्रशासक श्री रावत ने मंदिर प्रबंध समिति की शाखाओं की समीक्षा के दौरान प्रायवेट सुरक्षा गार्ड के प्रभारी एवं सफाई व्यवस्था के प्रभारी को निर्देश दिये कि वे अपने-अपने कर्मचारियों का डिसप्ले बोर्ड मंदिर में अलग-अलग स्थानों पर लगाएं। बोर्ड पर कर्मचारी का नाम उनका मोबाइल नम्बर तथा जिस पाईन्ट पर कार्य कर रहे है, उस स्थान का नाम अंकित होना चाहिए। बोर्ड लगाने से यह पता चल जायेगा कि कौन कर्मचारी/गार्ड किस स्थान पर कार्यरत है। कोई शिकायत होने पर संबंधित को आवश्यक निर्देश जारी किया जा सके। प्रशासक ने कहा कि बायोमेट्रिक मशीन से उपस्थिति की जानकारी से संबंधित शाखा के प्रभारी अधिकारी को प्रतिदिन अवगत कराया जाये।

बैठक में प्रशासक ने निर्देश दिये है कि मंदिर का कोई भी सेवक अवकाश पर जाने के पूर्व अपने संबंधित अधिकारी से अवकाश स्वीकृत कराने के पश्चात ही अवकाश पर जाएं। निर्देशों की अवहेलना करने वाले सेवकों के विरूद्ध नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही की जावेगी।

महाकाल मन्दिर के क्लॉक रूम की रसीद पर मोबाइल नम्बर लिखा जाये

महाकाल की नगरी में चमत्कार होते रहते है– डॉ. नरेन्द्र धाकड़

प्रभारी मंत्री श्री सिंह ने भगवान महाकाल के दर्शन कर पूजा-अर्चना की

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