यहाँ के लोग पानी नहीं बल्कि पीते हैं जानवरो का खून

आज तक आपने कई अलग-अलग तरह की जनजातियों के बारे में सूना होगा. दुनिया भर की कई जनजाति में ऐसे-ऐसे रिवाज निभाए जाते हैं जिसके बारे में जानकर हर कोई हैरान रह जाता है. अफ्रीका में कई अलग-अलग प्रकार की जनजाति रहती हैं लेकिन इनमे से सबसे ज्यादा अगर किसी की चर्चा होती है तो वो है मसाई जनजाति. जी हाँ... मसाई ट्राइब्स के बारे में जिनकी चरवाहों और योद्धाओं के रूप में पहचान है.

मसाई जनजाति के लोग ज्यादातर तंजानिया और केन्या के इलाको में रहते हैं. इस जनजाति में समूह का सबसे बुजुर्ग पुरुष मुखिया होता है और फिर सभी को मुखिया के ही फैसले मानने होते हैं. इस समुदाय के लोग ज्यादातर लाल रंग के कपड़े पहनते हैं और वो लोग लाल रंग भी अपने शरीर पर पोतते हैं. आपको बता दें मसाई आदिवासी घुमंतुओं की तरह जिंदगी जीते हैं, ताकि इनके जानवरों को चरने के लिए नई जगह मिल सके.

इनके जीवन में जानवरों की भूमिका बहुत अहम है और ऐसा इसलिए क्योकि ये मसाई आदिवासियों के खाने का जरिया जो हैं. जी हाँ... इस जनजाति के लोग खाने में एनिमल ब्लड का इस्तेमाल करते हैं. सूत्रों की माने तो खतना के बाद या फिर बीमारी और डिलिवरी जैसे मौकों पर ये जानवरों का खून पीते हैं. यहाँ पर जानवरों का खून दो तरीकों से पिया जाता है- पहला तरीका तो ये है कि ये जानवरों की गर्दन पर तीर से छेद करते हैं और फिर कुछ मात्रा में खून इकठ्ठा करते है. इसके अलावा दूसरे तरीके में जानवरों की गर्दन काटकर सीधे ही मुंह लगाकर खून पिया जाता है. हालाँकि अब ये परंपरा कुछ हद तक खत्म हो चुकी हैं.

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