भगवान राम को मर्यादा पुरूषोत्तम कहा जाता है तो वहीं वे सामान्य पूजन अर्चन और आराधना से ही प्रसन्न होने वाले देवता भी माने गये है। ज्योतिष शास्त्र में यह उल्लेख मिलता है कि भगवान राम की वंदना करने से समस्त मनोकामना पूरी हो जाती है। राम भगवान की वंदना करने के साथ ही सुख समृद्धि की प्रार्थना की जाना चाहिये। ऐसी करें भगवान राम की वंदना सच्चिदानंद चर अचर नाथ हे प्रकृति नाथ तेरी जय हो हे आदि पुरूष, हे आदि देव प्रभु जगन्नाथ तेरी जय हो। हे सदा विजय, हे अपराजेय हे राजा राम तेरी जय हो हे सृष्टि नियंता, अखिलेश्वर महाराजा राम तेरी जय हो। हनुमानजी का भी करें स्मरण- भगवान श्रीराम की आराधना, राम भक्त हनुमानजी के स्मरण या आराधना बगैर पूरी नहीं मानी जाती है। इसलिये श्रीराम की आराधना करने के साथ ही हनुमानजी का भी स्मरण करें तो आपके बिगड़े हुये काम बनने लगेंगे और मनोकामनाएं पूरी होने में बिल्कुल भी संशय नहीं रहेगा। इन मंत्रो से करे बृहस्पति देव को प्रसन्न ये है विष्णु पूजा में ध्यान देने वाली बाते