लोकसभा उप चुनाव बने, योगी की प्रतिष्ठा का सवाल

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के MLC बन जाने से योगी की गोरखपुर और केशव मौर्य की फूलपुर लोकसभा सीट खाली हो गई है, जहां अब उपचुनाव होंगे. बीजेपी के लिए जहां इन सीटों को जीतना प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है, तो वहीं विपक्ष इस उपचुनाव से अपनी खोई हुई सियासी जमीन को वापस पाने की कोशिश करेगा.

गौरतलब है कि इलाहाबाद जिले की फूलपुर लोकसभा सीट कांग्रेस की परम्परागत सीट रही है. देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू इस सीट से तीन बार चुनाव जीते. लेकिन बाद में ऐसा माहौल बदला कि फूलपुर का संसदीय चुनाव जातिगत समीकरण के जरिए तय होने लगा. बीजेपी ने पहली बार मोदी लहर में 2014 के लोकसभा चुनाव में फूलपुर सीट पर अपनी जीत दर्ज कराई .यहां से केशव प्रसाद मौर्य बीजेपी सांसद बने.मार्च 2017 में यूपी के डिप्टी सीएम बनने का बाद उन्हें फूलपुर सीट से इस्तीफा दे दिया. इसलिए यह उप चुनाव हो रहा है.

बता दें कि फूलपुर संसदीय सीट का उपचुनाव सत्ताधारी बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गया है. इस सीट को जीतने की चुनौती है. इस उपचुनाव से 2019 का माहौल बनेगा. इसीलिए बीजेपी कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी . इसीलिए दमदार उम्मीदवार की तलाश शुरु हो गई है. इस सीट से मौर्य अपनी पत्नी और दूसरे मंत्री नंदगोपाल नंदी भी पत्नी के लिए टिकट पाने की कोशिश कर रहे हैं. जबकि, उधर बीजेपी को घेरने के लिए एसपी और बीएसपी अपनी रणनीति बना रहे हैं. 

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