कोरोना संकट के बीच हैदराबाद और सात अन्य जिलों में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के साथ, राज्य के अन्य इलाकों को 20 अप्रैल के बाद खोलने के लिए केंद्र द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के बावजूद छूट नहीं मिलने के आसार बन रहे हैं. राज्य मंत्रिमंडल रविवार को अंतिम बैठक लेने के लिए अपनी महत्वपूर्ण बैठक करेगा लेकिन संकेत हैं कि तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) सरकार हर दिन रिपोर्ट किए जा रहे मामलों के मद्देनजर किसी भी तरह की ढील के पक्ष में नहीं है.पिछले दो दिनों के दौरान कम से कम 116 लोगों में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया है, जिससे राज्य में कुल मामलों की संख्या 766 तक पहुंच गई है. राहुल गांधी को मिली नसीहत, इस मंत्री ने कहा हलकी बातें न करें आपकी जानकारी के लिए बता दे कि सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं और अधिकारियों को लगता है कि इस स्तर पर किसी भी तरह की ढ़ील आत्मघाती साबित हो सकती है और कर्व को समतल करने के लिए अब तक लगाए गए सभी प्रयासों को जारी रखना पड़ सकता है. मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के 3 मई तक लॉकडाउन के सख्त पालन के साथ आगे बढ़ने की संभावना है. दिल्ली में खतरे की घंटे, 191 कोरोना संक्रमित मरीजों का सोर्स अज्ञात इसके अलावा राज्य सरकार के हलकों ने बुधवार को केंद्र द्वारा जारी दिशा-निर्देशों पर आश्चर्य और अविश्वास के साथ प्रतिक्रिया दी.इन दिशानिर्देशों के अनुसार शहरी क्षेत्रों के बाहर के क्षेत्रों में काम करने वाले उद्योग फिर से खुलेंगे.इसी तरह ई-कॉमर्स कंपनियां कामकाज फिर से शुरू कर सकती हैं जबकि आईटी और आईटीईएस कंपनियों को भी 50 फीसदी कर्मचारियों के साथ काम करने की अनुमति होगी.दिशानिर्देशों के अनुसार बिजली, प्लंबर और बढ़ई जैसे सेवा क्षेत्रों में स्व-नियोजित व्यक्तियों को भी अनुमति दी जाएगी. बता दे कि, चंद्रशेखर राव कम से कम दो सप्ताह तक किसी राज्य में लॉकडाउन बढ़ाने वाले पहले मुख्यमंत्री थे.उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 3 मई तक देशव्यापी विस्तार की घोषणा करने से पहले ही राज्य में लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया था.केसीआर राव ने यह भी कहा था कि तीन मई के बाद चरणबद्ध तरीके से प्रतिबंध हटा दिए जाएंगे. 20 अप्रैल से खुल जाएंगे सरकारी दफ्तर, प्रशासन ने जारी किए आदेश ना सैंपल ना टेस्ट, अब बस खांसने की आवाज़ से होगी कोरोना की जाँच ममता का राज्यपाल पर निशाना, नाम लिए बिना बोली यह बात