एमपी में बच्चे पढ़ रहे अलाउद्दीन खिलजी का पाठ

 पद्मावती फिल्म का नाम बदलकर पद्मावत किये जाने के बावजूद यह विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा.एक फिल्म के प्रदर्शन के विरोध ने पूरे देश में हंगामा मचा हुआ है . शीर्ष अदालत के आदेश की अवज्ञा की जा रही है .बंद और तोड़ -फोड़ की घटनाओं ने डर का माहौल बना रखा है.

विरोधाभास देखिए कि एमपी में इस फिल्म के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाने वाली शिवराज सरकार में बच्चों को आज भी अलाउद्दीन खिलजी की दास्ताँ पढ़ाई जा रही है. विरोधाभास देखिए कि पद्मावती को राष्ट्रमाता बताने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य सरकार की याचिका सुप्रीम कोर्ट द्वारा खारिज किये जानेपर इसे कानून व्यवस्था से ज्यादा जनभावना का मुद्दा बताया था . लेकिन आपको हैरानी होगी कि मध्य प्रदेश के स्कूलों मे सामाजिक विज्ञान की किताबों में 6वीं से 10वीं तक पद्मावती नहीं बल्कि अलाउद्दीन खिलजी का पाठ पढ़ाया जा रहा है.

बता दें कि नवंबर 2017 में यह मामला सामने आने के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पाठ्यक्रम में बदलाव की घोषणा की थी , लेकिन सच्चाई यह है कि दो महीने गुजर जाने के बाद भी सरकार की तरफ से अब तक इस बारे में कोई प्रस्ताव भी नहीं भेजा गया है.स्कूली किताबों में अलाउद्दीन खिलजी के साम्राज्य के बारे में बताया गया है.लेकिन पद्मावती की वीरता के बारे में कुछ भी नहीं लिखा है.

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