मन्दिर तो हर घर में होता है. चाहे घर छोटा हो या बड़ा, अपना हो या किराए का. हिन्दू धर्म को आस्था पर केन्द्रित माना जाता है. आज हम आपको बताएंगे की मन्दिर की सही दिशा वास्तु के अनुसार कौन सी होती है. जिससे घर में सुख-सम्रद्धि बनी रहती है. 1-मंदिर के सामने, ऊपर, नीचे या बगल में रसोई नहीं बनानी चाहिए इससे माँ लक्ष्मी अप्रशन्न हो जाती हैं तथा घर में शांति की कमी भी हो सकती है. 2-वास्तु के अनुसार मन्दिर को सीढ़ियों के नीचे भी नहीं बनाना चाहिए क्योकि सीढ़ियों से सभी लोग ऊपर नीचे जाते हैं जिसके कारण हमारे पैर मन्दिर की तरफ लगते हैं ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता इसलिए कभी भी सीढ़ियों के नीचे मन्दिर ना बनवाये. 3-वास्तु बताता है कि मंदिर कभी भी शयनकक्ष या बेडरूम में नहीं बनाना चाहिए. यदि घर किसी कारण वश शयनकक्ष या बेडरूम में मंदिर बनाना भी पड़े तो मंदिर पर पर्दा जरूर रखें. रात्रि समय में मंदिर पर पर्दा कर देना चाहिए. 4-वास्तु के अनुसार मन्दिर को बाथरूम के बगल में या ऊपर नीचे भी नही बनवाना चाहिए. यह घर की खुशहाली और समृधि के लिए उत्तम नहीं माना जाता है. मंदिर की घंटी की आवाज होती है सेहत के लिए फायदेमंद तुलसी के साथ आवले की भी करे पूजा पूजा से जल्दी प्रसन्न हो जाते है हनुमान जी