संगीत साधना फिर चाहे वह किसी भी रूप में जैसे, गायन, वादन आदि के लिए किसी कलाकार को एक ही मुद्रा में घंटों बैठे रहना पड़ता है. ठीक उसी तरह से योग में भी एक अवस्था में बैठने की ज़रूरत होती है. एक ही स्थान पर साधना करने के लिए शरीर, मन व मस्तिष्क शांत और स्वस्थ होता है और एकाग्रता बढ़ती है. संगीत के फायदे 1-गायन से हमारे फेफड़ों की एक्सरसाइज होती है. इससे हमारी पसलियों के बीच की मांसपेशियों तथा डायाफ्राम टोन होते हैं. 2-गायन से बेहतर नींद आती है. 3-गायन कर हम अपनी एरोबिक क्षमता में सुधार के द्वारा दिल और रक्त परिसंचरण को बेहतर बना सकते हैं. इससे मांसपेशियों में तनाव भी कम होता है. 4-गायन से चहरे की मांसपेशियों का व्यायाम होता है और वे टोन होती हैं. 5-गाना गाने से हमारी शारीरिक मुद्रा में भी सुधार होता है. 6-हम मानसिक रूप से अधिक सचेत हो सकते हैं. 7-गायन से साइनस और सांस की नलियां खुलती हैं. 8-गायन से एंडोर्फिन नामक रसायन का श्राव होता है, जो दर्द से राहत दिलाता है. फेफड़ो की समस्या के लिए फायदेमंद है...