'जेल नहीं जाना चाहते केजरीवाल, इसलिए...', कांग्रेस नेता अजय माकन यह क्या बोल गए ?

नई दिल्ली: एक ओर बिहार के सीएम नीतीश कुमार पटना में विपक्षी दलों को एक करने के लिए महाबैठक करते हैं, तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष के ही दो मजबूत दल आपस में लड़ते दिखाई दे रहे हैं। दरअसल, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच पटना में शुरू हुई तनातनी अब सियासी बयानबाजी के रूप में भी सामने आने लगी है। बता दें कि, AAP लगातार कांग्रेस से अध्यादेश पर समर्थन मांग रहे है, वहीं कांग्रेस ने अभी अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है। 

अब कांग्रेस पार्टी के नेता अजय माकन ने AAP सुप्रीमो और सीएम अरविंद केजरीवाल को जमकर घेरा है। उन्होंने कहा है कि “बात स्पष्ट है कि केजरीवाल जेल नहीं जाना चाहते हैं, इसलिए वे भाजपा के साथ हैं। और उनकी एकलौती महत्वाकांक्षा है, विपक्ष की एकता को तोड़ना।' अजय माकन के इस बयान से यह जाहिर होता है कि, कांग्रेस ऐसा मानती है कि AAP और केजरीवाल ने अपने व्यक्तिगत हितों को विपक्षी एकता से ऊपर रखा है। माकन का ये बयान ऐसे समय में सामने आया है, जब पटना में हुई विपक्षी दलों की एकता बैठक पर AAP ने केंद्र सरकार के अध्यादेश के विरोध में कांग्रेस से अपना स्टैंड स्पष्ट करने को कहा था। मगर, कांग्रेस द्वारा कहा गया कि ऐसे मामले जो अध्यादेश से संबंधित हैं, उनका हल संसद के भीतर हो सकता है। इस बैठक में ऐसे प्रश्नों पर बात करने की जरूरत नहीं है। 

अध्यादेश का विरोध क्यों कर रहे हैं केजरीवाल, कांग्रेस ने बताया था कारण :-

बता दें कि, 11 मई के आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने ट्रांसफर-पोस्टिंग सहित सेवा मामलों से जुड़े सभी कामकाज पर दिल्ली सरकार का कंट्रोल बताया था। वहीं, जमीन, पुलिस, और पब्लिक ऑर्डर के अलावा सभी विभागों के अफसरों पर केंद्र सरकार को कंट्रोल दिया गया था। ये पॉवर मिलते ही, केजरीवाल सरकार ने दिल्ली सचिवालय में स्पेशल सेक्रेट्री विजिलेंस के आधिकारिक चैंबर 403 और 404 को सील करने का फरमान सुना दिया और    विजिलेंस अधिकारी राजशेखर को उनके पद से हटा दिया था। लेकिन, केंद्र सरकार अध्यादेश ले आई और फिर राजशेखर को अपना पद वापस मिल गया। इसके बाद पता चला कि, दिल्ली शराब घोटाला और सीएम केजरीवाल के बंगले पर खर्च हुए करोड़ों रुपए की जांच राजशेखर ही कर रहे थे।

राजशेखर को पद से हटाए जाने के बाद उनके दफ्तर में रखी फाइलों से छेड़छाड़ किए जाने की बात भी सामने आई थी। एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमे राजशेखर के दफ्तर में आधी रात को 2-3 लोग फाइलें खंगालते हुए देखे गए थे।  ऐसे में कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित और अजय माकन द्वारा कहा जा रहा है कि, केजरीवाल इस अध्यादेश का विरोध दिल्ली की जनता के लिए नहीं, बल्कि खुद को बचाने के लिए कर रहे हैं। अजय माकन का तो यहाँ तक कहना है कि, अध्यादेश पर केजरीवाल का साथ देना यानी नेहरू, आंबेडकर, सरदार पटेल जैसे लोगों के विचारों का विरोध करना है, जिन्होंने कहा था कि, दिल्ली की शक्तियां केंद्र के हाथों में ही होनी चाहिए। माकन तर्क देते हैं कि, कांग्रेस सरकार के समय मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को भी वह शक्तियां नहीं मिली थी, जो केजरीवाल मांग रहे हैं। साथ ही इन दोनों नेताओं ने कांग्रेस से केजरीवाल का साथ न देने की अपील की है। 

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