श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में कुछ दिनों पहले राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने विधानसभा को भंग कर दिया था, इसी विधानसभा के एक भाजपा सदस्य डॉक्टर गगन भगत ने राज्यपाल के फैसले को शीर्ष अदालत में चुनौती दी है. उन्होंने कहा, राज्यपाल भले ही हमारी पार्टी से हैं, लेकिन उन्होंने विधानसभा भंग करके सही नहीं किया, भाजपा के सभी विधायक चाहते हैं कि सदन पहले की तरह बहाल हो, लेकिन वे खुलकर अपनी बात नहीं रख पाए हैं. बेमेतरा: स्ट्रांग रूम की सुरक्षा में तैनात था जवान, लैपटाप मिलने पर कांग्रेस का हंगामा भगत जम्मू के विधानसभा रनबीर सिहं पुरा (आरएस पुरा) का प्रतिनिधित्व करते थे, उन्होंने प्रेस से बात करते हुए कहा कि, 'राज्यपाल का फैसला असंवैधानिक है, मुझे विश्वास है कि अदालत सदन को फिर से बहाल करेगा, जिस तरीके से उन्होंने यह निर्णय लिया है, वह उनके पद की गरिमा के मुक्तबिक सही नहीं है. भगत ने कहा कि भले ही राजयपाल हमारी पार्टी के हों, लेकिन उन्हें संवैधानिक तरीके से काम करना चाहिए था.' राजस्थान चुनाव: चुनावी रण में 2294 में से 319 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनके नाम में है राम पार्टी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने और पार्टी छोड़ने संबधी सवाल के जवाब में भगत ने कहा, मैंने पार्टी को स्पष्ट कर दिया है कि ये मेरा मौलिक अधिकार है और मैं सवाल जरूर करूंगा. पार्टी ने किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी है क्योंकि सभी विधायक चाहते हैं कि जम्मू कश्मीर की विधानसभा फिर से बहाल हो जाए. उन्होंने आगे कहा, 'दो पार्टियां सरकार का गठन करने के लिए आगे आई थी, लेकिन राज्यपाल ने 15 मिनट के अंदर ही विधानसभा को भंग कर दिया, नियमानुसार उन्हें अगले दिन पार्टियों की बैठक बुलाकर बहुमत साबित करने को कहते और अगर बहुमत साबित नहीं होता तब विधानसभा को भंग करने का निर्णय सही होता. खबरें और भी:- राजस्‍थान: चुनाव के दौरान दो दशकों से बदल रही बाजी, इस बार किसके सिर सजेगा ताज तेलंगाना: पुलिस ने आधीरात को फायरब्रांड नेता रेवंत रेड्डी को किया गिरफ्तार सुरजेवाला ने कहा मोदी सरकार बनी भगोड़ों की ट्रेवल एजेंसी