जैसलमेर के बॉर्डर पर सैनिकों का सम्पर्क टूटा, नहीं ले पा रहे घरवालों का हाल-चाल

जैसलमेर: भारत-पाक सीमा से सटे जैसलमेर जिले की पश्चिमी सीमा पर तैनात 150 बीएसएफ चौकियों के लगभग 7500 जवान बॉर्डर पर मुस्तैदी से तैनात हैं. किन्तु घर के हाल-चाल की फिक्र उन्हें खाए जा रही है. घर-परिवार की कुशल क्षेम जानने को दुर्गम स्थान पर तैनात जवानों को बीएसएफ ने सेटेलाइट फोन की सुविधा दी थी जो 13 मई से बंद पड़ी हुई है. दूसरा कोई विकल्प नहीं होने के कारण जवानों का मोबाइल और इंटरनेट के जमाने में भी परिवार से संपर्क टूट गया है.

पश्चिमी सीमा के इस क्षेत्र में मोबाइल का कोई नेटवर्क कार्य नहीं करता है. इस पर एनएसएस-6 सेटेलाइट फोन मुहैया करवाए गए थे. लगभग 2400 फोन 150 चौकियों पर होने से जवानों की परिवार वालों से बात होना आसान था. 13 मई बाद इसमें सिग्नल आना बंद हो गया और सेटेलाइट फोन मात्र झुनझुना बन कर रह गए. देश में राजस्थान के दूरदराज के रेतीले इलाकों और जम्मू कश्मीर के लेह लद्वाख से लगती अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं पर मुस्तैद बी.एस.एफ समेत अन्य सुरक्षा बलों इन दिनों एक बहुत बड़ी दिक्कत से जूझ रहे हैं.

आपको बता दें कि भारत व साउथ एशिया में संचार सेवाओं के लिए काम कर रहा एक ट्रांसपोर्टर एन.एस.एस 6 सेटेलाईट की अवधि समाप्त होने के बाद उसके काम करना बंद कर दिया है. जिसकी वजह से देश की सीमाओं पर व देश की अन्य विभिन्न क्षेत्रों में लगे हुवे डी.एस.पी.टी सेट ;डिजीटल सैटेलाईट फोन टर्मिनलद्ध व वी सैट पूरी तरह ठप्प पड़ गए हैं. इससे सुरक्षा बलों को अपने घरों पर बातचीत करने व ऑपरेशनल क्रियाकलापों में खासी दिक्कतों से दो चार होना पड़ रहा है. 

मोदी सरकार ने ख़त्म की 92 वर्ष पुरानी परंपरा, अब आम बजट के साथ ही पेश होता है रेल बजट

युवाओं के लिए बम्पर भर्ती, NIT में मिल रहा सुनहरा मौका

कर्ज में गले तक डूबे अनिल अम्बानी, अब ऋण चुकाने के लिए लिया ये फैसला

Related News