भारत विश्व में सोलर क्रांति चाहता है- पीएम मोदी

नई दिल्ली : भारत सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी पहल करते हुए फ्रांस के साथ मिलकर आज रविवार को राष्ट्रपति भवन में पहले अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. सम्मेलन में 23 देशों के राष्ट्राध्यक्ष और विभिन्न देशों के 10 मंत्रिस्तरीय प्रतिनिधि शामिल होंगे. अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा भारत में सूर्य का स्थान अद्वितीय है और अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन शिखर सम्मेलन में फ़्रांस कि भूमिका बेहद अहम है.

इंटरनेशनल सोलर अलायंस समिट में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हम विश्व में सोलर क्रांति चाहते है. उल्लेखनीय है कि फ्रांस और भारत मिलकर इस सम्मेलन की मेजबानी कर रहे है. इस सम्मेलन का उदेश्य सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए वित्तीय तंत्र, क्राउड फंडिंग और टेक्नालॉजी ट्रांसफर पर विचार- विमर्श कर सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाना है.

पीएम ने सौर ऊर्जा को लेकर हो रहे गठबंधन का सबसे बड़ा साथी सूर्य को बताया. पीएम ने कहा सूर्य जीवन का पोषक है और सौर ऊर्जा मानव जाति के लिए बेहद बुनियादी जरुरत है. भारत नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य के अंतर्गत 175 गीगावाट स्वच्छ ऊर्जा क्षमता जुटाने के लिए संयंत्र स्थापित करना चाहता है. इस दृष्टिकोण से यह बैठक बहुत अहम है. इसमें100 गीगावाट सौर ऊर्जा और60 गीगावाट पवन ऊर्जा शामिल है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने आज इस समारोह की औपचारिक शुरुआत की. 

अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन शिखर सम्मेलन : आज भारत करेगा मेजबानी

फ्रांस और भारत के बीच कुल 14 करार

फ्रांस के राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ़ ऑनर

 

Related News