नई दिल्ली : उरी हमले के बाद विश्व भर से समर्थन पाने में सफल रहे भारत के लिए यह अच्छी खबर है कि अब आतंकवाद के मुद्दे पर अमेरिका का भी समर्थन मिल गया है. अमेरिकी विदेश सचिव जॉन कैरी ने भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से बात की और आतंकवाद पर अमेरिका ने भारत का समर्थन किया है. उरी हमले के बाद पहली बार हुई टेलीफोनिक बातचीत में कैरी ने 18 सिंतबर को हुए भारतीय सेना पर हमले को लेकर कड़ी निंदा की साथ ही अपनी संवेदनाएं व्‍यक्त की. अमेरिका के राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) सुजैन राइस ने भी भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से फोन पर बात कर उरी हमले की निंदा करते हुए आतंक के खिलाफ भारत को समर्थन देने की बात की. इसकी पुष्टि करते हुए अमेरिकी सुरक्षा परिषद के प्रवक्‍ता नेड प्राइज ने एक बयान में कहा कि राजदूत राइस ने इस बात को दोहराया कि पाकिस्‍तान यूएन द्वारा अमान्‍य घोषित आतंकी और आतंकी संगठनों मसलन लश्‍कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मुहम्‍मद और उनके सहयोगियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करेगा. इस बारे में राइस ने कहा कि राष्ट्रपति बराक ओबामा आतंक के खिलाफ अपनी लड़ाई और भी बुलंद करेंगे, अमेरिका इस दिशा में काम कर रहा है कि दुनिया में आतंकवाद से पीड़ित लोगों को न्याय मिले दुनिया में पाकिस्तान को अलग थलग करने पर लगे भारत के लिए ऐसे में अमेरिका का समर्थन मिलना जहाँ अहम है, वहीँ पाकिस्तान के लिए एक सबक भी है. सिंधु जल संधि पर भारत के रूख से डरा पाकिस्तान दक्षेस में भारत के न जाने की सीएम महबूबा ने की सराहना