भारत ने BRI का विरोध जताया

चीन:  भारत के पडोसी चीन की महत्वाकांक्षी एक क्षेत्र एक सड़क पहल का भारत द्वारा निरंतर विरोध किए जाने का स्पष्ट संदेश देते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि बड़ी सम्पर्क सुविधा परियोजनाओं में सदस्य देशों की संप्रभुता और अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिए.

इसके साथ ही अफगानिस्तान पर आतंकवाद के ऊपर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश में शांति के लिए जो साहसिक कदम उठाए हैं , क्षेत्र में सभी लोग इसका सम्मान करेंगे. उन्होंने इसी क्रम में ईद के मौके पर अफगानी नेता द्वारा संघर्ष विराम की घोषणा के बारें में भी चर्चा की. पीएम मोदी ने क्षेत्र के आर्थिक विकास के लिए संपर्क सुविधाओं को एक महत्वपूर्ण कारक बताया. 

अधि़कारियों ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग सहित सभी एससीओ सदस्यों ने आतंकवाद एवं अतिवाद के खतरों के बारे में चर्चा की और इसके समाधान के लिए ठोस कार्रवाई के बारें में कहा. ओबीओआर के संदर्भ पीएम मोदी ने कहा , ‘भारत ऐसी परियोजना का स्वागत करता है जो समावेशी , मजबूत और पारदर्शी हो और जो सदस्य देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करती हो.’ 

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