वाराणसी : वाराणसी के राजघाट पुल पर हुए भगदड़ में 24 लोगों की मौत के बाद सरकार की नींद खुली. अब सरकार ने माना कि प्रशासनिक लापरवाही हुई. राज्य सरकार ने पुलिस की लापरवाही मानते हुए डीजीपी ने पांच अधिकारियों वाराणसी के एसपी सिटी, सीओ कोतवाली, एसओ रामनगर, थाना प्रभारी मुगलसराय और एसपी ट्रैफिक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. सरकार ने वाराणसी कमिश्नर के नेतृत्व में एक जांच समिति बना दी है. इस घटना पर डीजीपी जवीद अहमद ने ट्वीट करके कहा है कि इन पुलिस अधिकारियों की लापरवाही पाई गई है. घटना के बाद राज्य के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर और गृह सचिव को सरकार ने हेलिकॉप्टर से मौके पर भेजा. इसके बाद खुद डीजीपी दिल्ली से वाराणसी पहुंचे. इसके साथ ही राज्य सरकार ने इस घटना की जांच के लिए वाराणसी कमिश्नर के नेतृत्व में हादसे की जिम्मेदारी तय करने के लिए एक जांच समिति बना दी है. कहा जा रहा है कि सरकार की इस त्वरित कार्रवाई के पीछे श्रद्धालुओं काआक्रोश है, जिसने प्रशासन की लापरवाही से अपने परिजनों को खो दिया. निलंबित अधिकारियों की जगह पर नए लोगों की नियुक्ति कर दी गई है. यह तो सब ठीक है लेकिन इस हादसे के बाद यह सवाल उठ रहे हैं कि जिला पुलिस को कैसे इस बात की भनक नहीं लगी कि तीन हजार की जगह पर तीन लाख लोग आएँगे, तो उस हिसाब से तैयारी क्यों नहीं की गई. इतने बड़े आयोजन का अंदाजा जिला प्रशासन क्यों नहीं लगा पाया और प्रशासनिक समन्वय क्यों नहीं रहा. वाराणसी हादसे से दुःखी मोदी, राशि देने की घोषणा वाराणसी में हादसा, भगदड़ में 18 की मौत