मुम्बई: भारतीयों की यह खासियत है कि वे जितनी मेहनत करते हैं उसी अनुपात में खरीदारी पर खर्च भी करते हैं. फिर चाहे वह खाने-पीने की चीज हो, कपड़े हो, वाहन हो या आभूषण. भारतीय परिवारों की खर्च करने के इन्हीं तरीकों के अध्ययन के लिए रिजर्व बैंक ऑफ़ इण्डिया (आरबीआई) ने एक समिति का गठन किया है. यह समिति यह अध्ययन करेगी कि भारत में रहने वाले सोना खरीदने में क्यों ज्यादा खर्च करते हैं. समिति इस आधार पर रिपोर्ट बनाएगी, जिससे पता चलेगा कि भारत विकसित और अमीर देशों की सूची में किस स्थान पर है. आरबीआई द्वारा बनाया गया यह पैनल यह अध्ययन करेगा कि भारतीय परिवार अपने कुल वित्तीय मद का कितना हिस्सा सोना खरीदने या ऐसी दूसरी चीजों में खर्च करती हैं. इस अध्ययन के आधार पर यह पैनल एक बेंचमार्क तय करेगा, जिससे भारत में घरेलू वित्तीय बाजार की गहराई तय होगी, वहीं इससे दूसरे प्रमुख विश्व बाजार की तुलना की जाएगी इससे विकास और बदलाव के लिए घरेलू स्तर पर अपनाए जाने वाली प्राथमिकताओं की भी पहचान हो सकेगी. आरबीआई द्वारा जारी बयान के अनुसार इस पैनल का तरुण रामादोराई नेतृत्व करेंगे, जो ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में फाइनेंशियल इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर हैं. इसके अलावा इसमें आरबीआई, सेबी, इरडा व अन्य वित्तीय क्षेत्र के नियंत्रकों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे .आरबीआई का यह पैनल फॉर्मल फाइनेंशियल मार्केट मसलन पेंशन, होमलोन में भी हाउसहोल्ड मांग अध्ययन करेगा. पैनल नई फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी और प्रोडक्ट का भी मूल्यांकन करेगा.माना जा रहा है कि पैनल अपनी रिपोर्ट जुलाई 2017 तक आरबीआई को सौंप देगा. भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 363.35 अरब डॉलर हुआ बैंकों के बीस फीसदी कर्ज को दबाए बैठे हैं सौ बड़े कर्जदार