राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के मध्य राजनीति संकट गहराता जा रहा है. माना जा रहा है कि सियासी संघर्ष के मध्‍य जल्द ही विधानसभा का सत्र बुलाया जा सकता है. सूत्रों की मानें तो यह विधानसभा सत्र सोमवार को बुलाने के आसार है. इसमें सरकार फ्लोर टेस्ट करवा सकती है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मौजूदा राजनीतिक संकट के पटाक्षेप की कवायद में जुटे हैं. जिसकी वजह से विधानसभा सत्र बुलाने की योजना जोरों पर चल रही हैं. भोपाल में 24 जुलाई से 10 दिन का लॉक डाउन, इंदौर कलेक्टर बोले - अभी जरुरत नहीं बता दे कि कांग्रेस के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने भी अपना बयान जारी किया है. जिसमें उन्होने कहा कि विधानसभा सत्र बुलाने का हक मंत्रीमंडल ने मुख्यमंत्री को दे दिया गया है. मुख्यमंत्री जब चाहें राज्यपाल से कह कर विधानसभा सत्र बुला सकते हैं. मौजूदा सियासी संकट पर डोटासरा ने कहा कि स्पीकर, कोर्ट और सरकार अपना-अपना काम करेंगे. साथ ही उन्‍होंने विपक्ष और विरोधियों पर निशाना साधते हुए बोला कि साजिश हारेगी और लोकतंत्र विजय होगा. दिल्ली में बैठे लोग पैसे के बल पर लोकतंत्र का कत्ल करना चाहते है. हुबली में नर्सों ने सुरक्षा उपकरण ना देने पर किया था विरोध प्रदर्शन, अब किया बंद डोटासरा कहा कि गवर्नमेंट गिराने का साजिश करने वाले सफल नहीं होंगे. गवर्नमेंट के पास पूर्ण बहुमत है. स्वंय के पीसीसी चीफ का कार्यभार ग्रहण करने के प्रश्न पर डोटासरा ने बयान जारी किया है. जिसमें उन्होने कहा कि पंडित से अच्छा मुहूर्त निकलवाकर कार्यभार ग्रहण करेंगे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तरफ से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को खत लिखने पर उन्होंने बताया कि सीएम ने गवर्नमेंट गिराने की साजिश को लेकर पीएम को खत लिख है, किन्तु पीएम अब कोई कार्यवाही नही की है. आँखों के सामने माँ-पिता की हत्या होते देख, बच्चों ने उठाया बहादुरी भरा कदम बकरीद : कुर्बानी का अर्थ बकरे को मौत देना ही नहीं, जानिए इससे जुड़ीं ख़ास बातें सुशांत के निधन से सदमे में थी लड़की, की आत्महत्या