इंदिरा गांधी के 'अपमान' पर भड़के विदेश मंत्री जयशंकर, तीखे शब्दों में लगा दी कनाडा की क्लास

नई दिल्ली: कनाडा में खालिस्तान समर्थक परेड में भारत की पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की हत्या से संबंधित झांकी को दिखाने जाने पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. आज यानी गुरुवार (9 जून) को उन्होंने एक प्रेस वार्ता में कहा है कि कनाडा में इस प्रकार की घटनाएं निरंतर हो रही हैं, जो एक बड़ा मुद्दा है. जयशंकर ने कहा कि यह भारत और कनाडा के रिश्तों के लिए सही नहीं है.

इसके साथ ही जयशंकर ने कहा कि, 'मुझे लगता है कि इस घटना में एक बड़ा मुद्दा शामिल है, स्पष्ट रूप से कहूं तो, मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि वोट बैंक की सियासत की आवश्यकता के अलावा ऐसा कोई क्यों करेगा. अलगाववादियों, चरमपंथियों, हिंसा की वकालत करने वालों को स्थान दिया जा रहा है, जो कि एक बड़ा मुद्दा है. मुझे लगता है कि यह द्विपक्षीय रिश्तों के लिए अच्छा नहीं है, कनाडा के लिए अच्छा नहीं है.' जयशंकर ने कहा कि कनाडा में अलगाववादियों द्वारा इस प्रकार की घटनाएं निरंतर हो रही हैं जो कि दोनों देशों के संबंधों के लिए सही नहीं है.

बता दें कि, यह मामला कनाडा के ब्रैम्पटन शहर का है, जहां 4 जून को खालिस्तान समर्थकों ने एक परेड निकाली थी. परेड की एक झांकी में इंदिरा गांधी की हत्या दर्शाई गई थी. झांकी में पूर्व पीएम को खून से सनी सफेद साड़ी में हाथ ऊपर किए दिखाया गया. सोशल मीडिया पर वायरल झांकी के वीडियो में पगड़ी पहने लोगों को इंदिरा गांधी पर बंदूक ताने भी देखा जा सकता है. बता दें कि, यह झांकी 6 जून को ऑपरेशन ब्लू स्टार की 39वीं बरसी से पहले निकाली गई थी. 

तब कांग्रेस क्यों चुप थी ?

यह भी गौर करने वाली बात है कि, यही खालिस्तानी जब अमेरिका में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के सामने खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे, तब राहुल मुस्कुरा रहे थे। अमेरिका में राहुल के कार्यक्रमों में भी कई खालिस्तानी समर्थक शामिल हुए थे। इससे पहले जब ये खालिस्तानी, कनाडा, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन आदि देशों में मंदिरों को निशाना बना रहे थे, वहां हिंदुस्तान मुर्दाबाद, नरेंद्र मोदी मुर्दाबाद के नारे लिख रहे थे, तब भी कांग्रेस खामोश थी। लेकिन, अब अपनी पार्टी की दिग्गज नेता की ऐसी तस्वीर देखकर कांग्रेस नेता भी आगबबूला हैं और कनाडा को लताड़ लगा रहे हैं। 

 

मिलिंद देवड़ा ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, 'एक भारतीय के रूप में, मैं कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में हुई 5 किमी लंबी परेड से चकित हूं, जिसमें इंदिरा गांधी की हत्या का चित्रण किया गया था। यह किसी का पक्ष लेने के बारे में नहीं है, यह एक देश के इतिहास के प्रति सम्मान और उसके प्रधान मंत्री की हत्या के कारण हुए दर्द के बारे में है। यह अतिवाद सार्वभौमिक निंदा और एकजुट प्रतिक्रिया का हकदार है।' हालाँकि, यदि कांग्रेस, खालिस्तानियों द्वारा किए जा रहे भारत माता के अपमान, भारतीय प्रधानमंत्री के अपमान पर मौन समर्थन न करती, तो शायद कि खालिस्तानियों की हिम्मत इतनी न बढ़ती। 

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