अपनी कलम से दुनिया हिला दे ऐसे थे डॉ कलाम

नई  दिल्ली:  आज ही के ही दिन (27 जुलाई) साल 2015 को पूरा देश रोया था, बच्चे से लेकर बूढ़े तक की आंखे नम थी, हर टीवी चेंनल और समाचार पत्र पर सिर्फ एक ही नाम था कलाम. अपनी कलम से पूरी दुनिया को हिला देने वाला यह महान शख्स अब हमारे बीच नहीं रहा था. जी हां हम बात कर भारत के मिसाइल मैन और पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर ए पी जे अब्दुल कलाम की. यह एक ऐसे महान शख्स है जिनके बारे में सोचकर ही सकारात्मक विचारो का आना शुरू हो जाता है.

कलाम ने विधार्थियो के लिए कई मोटिवेशनल किताबे लिखी है, उनकी किताबो को जो कोई भी पढ़ लेता है उसमे कुछ कर गुजरने का जज़्बा आ जाता है. कई मनोचिकित्सक तो अपने मरीजों को डॉ कलाम की किताबे पढ़ने की भी सलाह दिया करते है. कलाम हमेशा उन युवाओ के चहिते रहे जो एक सफल व्यक्ति बनने के लिए स्ट्रगल कर रहे है. आज भी व्यक्ति उनके द्वारा कही गई बातो को अपने ज़ेहन में ज़िंदा रखे हुए.

कलाम कहते थे कि सफलता को कठनाईयो की ज़रूरत होती है, क्योकि सफलता का आनंद उठाने के लिए यह बेहद ज़रूरी है, कुछ इस तरह थे कलाम जिनके ना होने के बावजूद भी उनकी जब भी बात होती है तो मानो ऐसा लगता है कि वह यही कही हमारे आस-पास मौजूद है.

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