ऑफलाइन मोड में ही होगी CBSE और ICSE की परीक्षाएं, सुप्रीम कोर्ट ने ख़ारिज की याचिका

नई दिल्ली: शैक्षणिक वर्ष 2022 में CBSE तथा ICSE, ISC बोर्ड टर्म 1 परीक्षाएं हाइब्रिड मोड में कराने की स्टूडेंट्स की याचिका शीर्ष अदालत ने खरिज कर दी है. टर्म 1 बोर्ड परीक्षाएं अब ऑफलाइन मोड में ही आयोजित की जाएंगी और छात्रों को ऑनलाइन परीक्षाएं देने का ऑप्शन नहीं मिलेगा. वरिष्ठ अधिवक्ता संजय हेगड़े ने अदालत में कहा कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है और यह कहना जल्दबाजी होगी परीक्षाएं ऑफलाइन होंगी. 

संजय ने कोर्ट में कहा कि ऑफलाइन परीक्षा से बच्चों के बीच वायरस फैल सकता है. इससे 14 लाख छात्र प्रभावित हो सकते हैं और याचिकाकर्ता सिर्फ यही चाहते हैं कि हाइब्रिड मोड अभी जारी रहे. वहीं, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि गत वर्ष हाइब्रिड परीक्षा नहीं हुई थी. कक्षा 10 के 14 लाख और कक्षा 12 में 20 लाख विद्यार्थी हैं. परीक्षाएं पहले ही 16 नवंबर, 2021 को आरंभ हो चुकी हैं, जिसका नोटिस अक्टूबर में जारी कर दिया गया था. कोरोना महामारी की चिंताओं का ध्यान रखा गया है. 

मेहता ने दलील दी कि पहले 40 छात्र कक्षा में बैठते थे, किन्तु अब कक्षा में सिर्फ 12 छात्र ही बैठेंगे ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो. इसके साथ ही परीक्षा केंद्रों को बढ़ाकर 15,000 कर दिया गया है. साथ ही तीन घंटे का परीक्षा समय अब ​​घटाते हुए 90 मिनट कर दिया गया है. उन्‍होंने कहा कि परीक्षा की प्रक्रिया को बाधित किए बगैर सुरक्षा के उपाय किए गए हैं.

उज्जैन: द्वारकाधीश के दरबार पहुंचे बाबा महाकाल, सौंपा सृष्टि का भार

'हिंदुत्व आतंकवादी' वाली सलमान खुर्शीद की किताब पर बैन लगाने से कोर्ट का इंकार

ब्राजील सभी वयस्कों के लिए Covid-19 बूस्टर शॉट्स खरीदेगा

Related News