नकदी के संकट से जूझ रही इस सरकारी कंपनी ने दिया अगस्त माह का वेतन, ऐसे जुटाया धन

नई दिल्लीः सरकारी क्षेत्र की दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनी बीएसएनएल कर्ज और नकद के संकट से गुजर रही है। कंपनी के पास कर्मचारियों को वेतन देने तक का पैसा नही है। बता दें कि बीते कई दिनों से ऐसी खहरें आ रही थीं कि कंपनी कर्मचारियों को वेतन देने में असमर्थ है। लेकिन कंपनी ने अपने कर्मचारियों को अगस्त महीने का वेतन भूगतान कर दिया है। इस बात की जानकारी कंपनी के एक सीनियर अधिकारी ने दी है। कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक पी के पुरवार ने कहा कि र्मचारियों के वेतन भुगतान के लिए कोष जारी कर दिया गया है। कर्मचारियों को अब उनका वेतन मिल गया है। उन्होंने कहा कि कंपनी ने वेतन का भुगतान आंतरिक संसाधनों से किया है।

महानगर टेलीफोन निगम लि. (एमटीएनएल) और बीएसएनएल लगातार घाटे का सामने कर रही हैं। जिसकी वजह से ये दोनों कंपनियां पिछले कुछ समय से अपने कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं दे पा रही हैं। वित्त वर्ष 2018-19 तक बीएसएनएल का घाटा बढ़कर 14,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। वहीं कंपनी की आमदनी भी घटकर 19,308 करोड़ रुपये रह गई। बीएसएनएल के कर्मचारियों की संख्या 1,65,179 है। सरकार पिछले कुछ समय से दूरसंचार विभाग को बेहतर आर्थिक हालत में लाने पर काम कर रही है। सरकार इन दोनों कंपनियों का आपस में विलय करने का विचार कर रही है। 

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