रेल चालक की लापरवाही से बच्चे का पैर कटा, 25 लाख का मुआवजा मांगा

भागलपुर : बिहार के भागलपुर में विक्रमशिला एक्सप्रेस में पश्चिम केबिन होकर लगने जा रहे इंजन की चपेट में आने से आठ वर्षीय बच्चे का पैर कटने का मामला सामने आया है. यह हादसा रेल चालक की लापरवाही से हुआ .हंगामे और आगजनी से रेल यातायात प्रभावित हुआ. पीड़ित बालक के लिए 25 लाख मुआवजे की मांग की गई.

मिली जानकारी के अनुसार .शनिवार की सुबह करीब दस बजे प्लेटफार्म संख्या एक पर खड़ी विक्रमशिला एक्सप्रेस में पश्चिम केबिन होकर लगने आ रहे इंजन की चपेट में आने से  हुसैनपुर के आठ वर्षीय बच्चे मो. फारूख  के दोनों पैर घुटने से नीचे कट गए..यह हादसा ड्राइवर की लापरवाही से हुआ. चालक ने न तो हॉर्न बजाया था और न ही स्पीड कम की.इसके बाद लोगों ने ड्राइवर की पिटाई कर दी .पटरी पर आगजनी कर स्लीपर रखकर ट्रेनों का आवागमन रोक दिया.इस कारण जमालपुर से साहेबगंज तक चार घंटे तक ट्रेनें नहीं चली. बवाल के कारण करीब आधा दर्जन ट्रेन जहां-तहां खड़ी रहीं.

बता दें कि उधर घटना से गुस्साए लोगों ने 25 लाख रुपये मुआवजा देने और पीड़ित परिवार को रेलवे में नौकरी की मांग की गई . एसडीओ द्वारा दो बार परिजनों के बीच हुई वार्ता विफल रही . - बाद में करीब 3 बजे एक कांग्रेस नेता की समझाइश पर परिजनों ने आंदोलन वापस लिया. एसडीओ ने मांगों को लेकर दिए आवेदन को मालदा डिविजन व कोलकाता जोन भेजने की बात कही. बाद में करीब सवा तीन बजे दूसरे इंजन से विक्रमशिला को रवाना किया गया. इस दौरान यात्रियों का हाल बुरा रहा. वे बार -बार अधीक्षक से ट्रेन रवाना करने की गुहार लगाते रहे.

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