केंद्र के नोटिफिकेशन के खिलाफ चेन्नई में बीफ फेस्ट का आयोजन

चेन्नई। बीफ सेवन का कुछ स्थानों पर विरोध किए जाने और इसे प्रतिबंधित करने के लिए केंद्र द्वारा लाए जाने वाले कानून के विरोध में जहां केरल में बीफ फेस्ट आयोजित हुआ था वहीं अब चेन्नई में भी करीब 50 से भी अधिक विद्यार्थियों ने बीफ सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया है। गौरतलब है कि केंद्र के कानून के अनुसार मवेशियों को बूचड़खानों के लिए विक्रय करने और खरीदने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। 26 मई को केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने मोदी सरकार के फैसले के बारे में बताया था।

उन्होंने कहा था कि खरीदने और बेचने वालों को यह तय करना होगा कि मवेशियों को मारा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि नए नियम का उद्देश्य एनिमल मार्केट और मवेशियों की बिक्री को कंट्रोल करना है। मिनिस्ट्री के सूचना पत्र के मुताबिक मवेशियों के सींगों को रंगनेए सजावटी सामान लगानेए बैलों के कान काटनेए घोड़ों को कम उम्र का दिखाने के लिए की जाने वाली क्रूरता जैसी चीजों पर बैन लगा दिया है।

मिली जानकारी के अनुसार इस फेस्टिवल में भागीदार करने को लेकर युवा कांग्रेस अध्यक्ष सहित करीब 16 लोगों को पकड़ लिया गया है। उल्लेखनीय है कि केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा था जिसमें केंद्र के निर्णय पर विरोध जताया। पिनाराई ने मोदी सरकार और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा था हमारे राज्य के लोगों को अपनी खाने.पीने की आदतों को लेकर दिल्ली या नागपुर से सबक सीखने की जरूरत नहीं है।

जानकारी के अनुसार केरल में इसका विरोध करते हुए विरोधस्वरूप रैली का आयोजन किया गया। हालांकि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने केरल की घटना की निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस को यह स्वीकार नहीं है। गौरतलब है कि केरल की घटना को लेकर राहुल गांधी ने 16 कार्यकर्ताओं को निलंबित कर दिया।

बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गाय ले जा रहे लोगों को बुरी तरह पीटा

ये है अलग अलग देश जहां की महिलाएं है बहुत ही खूबसूरत

कॉन्टेक्ट लेंस का करना है इस्तेमाल, तो ध्यान रखिये ये बातें

 

Related News