इनके पास है आपकी फैवरेट ऑटो कंपनियों के मालिकाना हक़

ऑटो इंडस्ट्री में कई फेरबदल होते रहते है कुछ पता चलते है कुछ नहीं. ऐसे ही कई बदलाव होते है कंपनी के मालिकाना हक़ को लेकर. कई बार हमें कार खरीद लेने के बाद तक पता नहीं चलते है कि हम जिस कार कंपनी की गाड़ी में सफर कर रहे है असली में उसका मालिक है कौन. तो जानिए इस रिपोर्ट में दुनिया की शानदार कारों की निर्माता कपनियों के मालिकों के बारे में -   डेलमर AG 1926 में जर्मनी में शुरू हुई मर्सिडीज की कारें बनाने वाले डेलमर-बेंज आज डेमलर AG बन गई है. डेलमर AG ग्रुप के पास कई ब्रांड्स मौजूद हैं जो दुनियाभर में काफी फेमस हैं

BMW 1916 में मोटरसाइकिल निर्माण से शुरू हुआ ये सफर आज एयरक्राफ्ट के इंजन, कार बनाने तक आ पंहुचा है.  BMW ग्रुप ने 1998 में लग्जरी कार बनाने वाली कंपनी रॉल्स रॉयस सहित कई चर्चित नामों को अपने में समा लिया है आज यह एक बड़ा ब्रांड है .

फॉक्सवैगन ग्रुप दुनिया की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी के पास 'लोगों की कार' का तमगा भी है. वर्ष 1937 में इस कंपनी की शुरुआत जर्मनी में नाजी ट्रेड यूनियन द्वारा की गई थी

फिएट रोड़, ट्रैन, ट्रैक्टर्स और एयरप्लेन के लिए इंजन बनाने के बाद फैब्रिका इटेलियाना ऑटोमोबाइल टोरिनो (FIAT) ने वर्ष 2009 में फिएट ने क्राइस्लर को खरीद लिया था और बाद में दिवालिया होने के लिए आवेदन दिया और 1969 में फरारी में 50 फीसद हिस्सेदारी को 90 फीसद तक बढ़ा लिया.

टाटा मोटर्स देश की दिग्गज कार निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स ने वर्ष 2008 के दौरान फोर्ड मोटर कंपनी से जैगुआर लैंड रोवर को 2.3 अरब डॉलर के ऑल कैश ट्रांजैक्शन में खरीदा था.

 

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