Mother's Day: माँ जो कभी शब्दों में बयां हो नहीं सकती...

"लबों पे उसके कभी बद्दुआ नहीं होती बस एक माँ है जो मुझसे ख़फ़ा नहीं होती" -मुनव्वर राना

'माँ' एक ऐसा शब्द है जो लबों से निकलने पर आसपास के माहौल को खुशनुमा कर देता है, वैसे तो माँ पर अब तक लोगों ने सैकड़ों, हजारों या कह लो लाखों दफा बहुत कुछ लिखा दिया है, लेकिन दुनिया में माँ ही एक ऐसा शब्द है जिसमें लोगों की पूरी ज़िंदगी बसी होती है. माँ एक ऐसा शब्द जिसको, जिसने भी, जितना भी लिखा कम ही पाया है. आने वाली 13 मई को 'मदर्स डे' एक ऐसा दिन है जिसे हम माँ के दिन के रूप में मनाते है, वैसे तो साल के 365 दिन माँ के होते है लेकिन ये एक ऐसा दिन है जब हम माँ को खुश करने के लिए कुछ स्पेशल कर सकते है. 

ज़िंदगी में खुदा का दिया हुआ सबसे अहम कोई तोहफा है तो वो सिर्फ और सिर्फ माँ है. ज़िंदगी में माँ की कमी को कोई भी पूरा नहीं सकता चाहे वो किसी इंसान की माँ हो या जानवर की. ज़िंदगी में हर मुश्किल को आसान बनाने के लिए वैसे तो बहुत सी चीजें है लेकिन इन सबसे बढ़कर सिर्फ एक नाम ही काफी है, जिसे हम माँ कहते है.

वैसे तो माँ पर लिखने से हमेशा हाथ काँपने लगते है, कुछ लिखते नहीं बनता, लेकिन फिर भी माँ के लिए दिल के भीतर जो भावनाएं है वो शायद ही कभी शब्दों में बयान हो पाए, हम ज़िंदगी भर में कितनी भी तरक्की कर ले, कितना भी आगे बढ़ जाए लेकिन माँ के द्वारा हम पर किये हुए एहसान को ज़िंदगी भर कभी भी चूका नहीं पाएंगे. खुदा के दिए हुए इस अनमोल तोहफे को ताउम्र सलाम के साथ, दुनिया की सभी माताओं को ढेर सारा प्यार और लम्बी उम्र की शुभकामनाएं. 

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