अनुपम खेर ने कहा 'मोदी का चमचा होना अच्छा है'

अनुपम खेर हिंदी फिल्म जगत के बेमिसाल अदाकार के तोर पर प्रसिद्ध है. साथ ही वें पीएम नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के कट्टर समर्थक भी है. उन्हें एफटीआईआई का चेयरमैन बनाये जाने के पीछे का कारण मोदी सरकार से उनकी करीबी को ही मन गया था. अनुपम खेर से जब इस बारे मे बात की गई तो उन्होंने बेहद सख्ती से इसका जवाब दिया. अनुपम खेर ने कहा, 'किसी की बाल्टी होने से अच्छा है, मोदी का चमचा होना.' बाद में इससे जुडी एक क्ल‍िप टि्वटर पर भी शेयर की गई.

अनुपम खेर ने कहा कि ''हमारे देश में जो भी अपनी जाति या धर्म के बारे में बोलता है, उसे कॉन्श‍ियस कर दिया जाता है. उन्होंने अपना कलावा दिखाते हुए कहा कि 'ये हवन है, इसे मेरी मां ने लगाया है. ये किसी धार्मिक कारण से नहीं है. मैं ताबीज भी पहनता हूं जो मुझे मुस्लिम पीर ने दिया है. ये है हिन्दुस्तान की असली पहचान.' उन्होंने भाजपा समर्थक होने के कारण एफटीआईआई का चेयरपर्सन बनाए जाने के आरोपों का खंडन करते हुए कहा ''मेरा अपना कॅरियर, 508 फिल्में ये योगदान कुछ भी नहीं है क्या? मैं आलोचनाओं से डरने वाला इंसान नहीं हूं. यदि मैं आलोचनाओं से डरता तो आठ फिल्में भी नहीं कर पाता. मेरा मानना है कि लोग निगेटिव चीज की ओर ज्यादा जाते हैं, पॉजीटिव नहीं देखते'.

अनुपम खेर ने गजेंद्र चौहान का बिना नाम लिए कहा, मेरे पहले जो भी था, उसे चेयरपर्सन बनाना गलत फैसला था.'' अनुपम ने कहा था, मुझे स्मृति ईरानीजी का फोन आया कि आपको एफटीआईआई की जिम्मेदारी संभालनी है. मैं इसके लिए तैयार नहीं था. मैं इस जिम्मेदारी को लेने की कोई औपचारिकता नहीं चाहता था, मैं चेयरपर्सन बनने के बाद बिना बताए एफटीआईआई गया. मैं अनुपम खेर का बोझ लेकर वहां नहीं जाना चाहता था.''

अच्छे किरदार के इंतज़ार में है किरण खेर

अनुपम खेर और अली फज़ल की मूवीज ने दी ऑस्कर में दस्तक

'द बिग सिक' के लिए अनुपम ने इस तरह जाहिर की अपनी ख़ुशी

 

Related News