पिता के जन्मदिन पर भावुक हुए अमिताभ, लिखी दिल छू लेने वाली पंक्तियां

देश के मशहूर कवि हरिवंश राय बच्चन की आज जन्म तिथि है. आपको बता दें हरिवंश राय बच्चन मशहूर अभिनेता अमिताभ बच्चन के पिता हैं. हरिवंश राय बच्चन ने अपने जीवन में कई सारी कविताएं लिखी है. इनमे से कई कविताएं लोगों को पसंद आई लेकिन सबसे ज्यादा कोई कविता अगर प्रसिद्द हुई है तो वो है 'मधुशाला'. जी हाँ... ये कविता आज भी लोगों की पहली पसंद है. पिता हरिवंश राय बच्चन के जन्मदिन पर अमिताभ बच्चन ने कुछ पुरानी तस्वीरें शेयर की हैं. और इसके साथ ही उन्होंने अपने पिता की लिखी कुछ लाइनों को सोशल मीडिया पर शेयर किया है.

अमिताभ बच्चन ने हाल ही में अपने ट्विटर अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर कर उसमे लिखा है कि - 'पूज्य बाबूजी का जन्म. विश्व युद्ध द्वितीय के समय वो इलाहबाद विश्वविद्यालय में शिक्षक थे और UOTC के सदस्य. यूनिवर्सिटी ऑफिसर्स ट्रेनिंग कॉर्प्स ,तो उस समय ये लिखा उन्होंने - 'मैं कलम और बंदूक़ चलाता हूं दोनों, दुनिया में ऐसे बंदे कम पाए जाते हैं.'

आपकी जानकारी के लिए बता दें हरिवंश राय बच्चन हिंदी के प्रमुख और वरिष्ठ कवियों में से एक हैं. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा गांव की एक पाठशाला से पूरी की थी. इलाहाबाद में शिक्षा लेने के बाद वह उच्च शिक्षा के लिए कैम्ब्रिज भी गए थे. वहां से उन्होंने अंग्रेजी साहित्य के विख्यात कवियों की कविताओं पर शोध किया. सबसे ज्यादा दिलचस्प बात यह है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने के दौरान वो कई राजकीय पदों पर भी कार्यरत रहे.

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