अफ्रीकी देशों के दूत ने कहा, नाइजीरियाई छात्रों पर हमले का कारण नस्लीय भेदभाव

नई दिल्ली। दिल्ली के ग्रेटर नोएडा में नाइजीरियाई विद्यार्थियों पर हमला हो गया था। अब इस मामले में अफ्रीकी देशों के दूत ने कड़ी निंदा की है। इस मामले में उन्होंने चिंता जताते हुए कहा है और कहा है कि इस तरह की घटना की निंदा की जाना काफी जरूरी है। अफ्रीकियों के विरूद्ध जिस तरह से हमले हुए हैं उनका कारण विदेशियों को लेकर घृणा व नस्लीय भेदभाव बरतना है। राष्ट्रीय राजधानी से करीब 40 किलोमीटर दूर मौजूद ग्रेटर नोएडा में 27 मार्च को 4 नाइजीरियाई विद्यार्थियों पर हमला हुआ था।

दरअसल नाइजीरिया के छात्रों ने एक भारतीय छात्र की पिटाई की दी थी। इसके बाद भारतीय छात्रों ने विरोधी मार्च निकाला और इसी दौरान विरोधी मार्च निकालने वाले विद्यार्थियों का सामना नाइजीरियाई छात्रों से हो गया था। विरोध करने वालों ने इनकी पिटाई कर दी थी। ऐसे में नाइजीरियाई दूतावास ने इस घटना को लेकर संज्ञान लिया था।

भारत के विदेश मंत्रालय ने भी मामले की गंभीरता को देखकर इसमें कार्रवाई किए जाने को लेकर जिम्मेदारों से जानकारी मांगी थी। स्वयं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस मामले में चर्चा की थी। दरआल भारत सरकार के उच्चतर राजनीतिक स्तर से घ्टना की निंदा करने की संभावना जताई गई है। इतना ही नहीं हमलावरों के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई में तेजी लाने का प्रयास भी किया जा रहा है।

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