आतंकी हमले में घायलों का उपचार करने वाले पाकिस्तानी मूल के चिकित्सक को करना पड़ा गालियों का सामना

लंदन। एक पाकिस्तानी मूल के 37 वर्षीय चिकित्सक को आतंकी हमले में घायलों का उपचार करने के दौरान भी कुछ लोगों द्वारा किए जाने वाले अपमान को सहन करना पड़ रहा है। यह चिकित्सक जब घायलों का उपचार कर रहा था तो इसे आतंकी तक कह दिया गया और इसे वापस इसके देश लौट जाने के लिए कहा गया। दरअसल ट्रामा और आर्थोपेडिक सर्जन नवीद यासीन पीड़ितों का उपचार करने हेतु सल्फोर्ड राॅयल चिकित्सालय जा रहे थे।

इसी दौरान एक व्यक्ति ने उन्हें रोककर अपशब्द कहे और आतंकी कहकर गालियां दीं। इस व्यक्ति ने यासीन को अपशब्द कहे और कहा कि उसे वापस अपने देश चले जाना चाहिए। उसे आतंकी कहते हुए कहा गया कि हम तुम्हें यहां नहीं देखना चाहते हैं। गौरतलब है कि नवीद यासीन ट्रामा आर्थोपेडिक सर्जन हैं। वे जब सल्फोर्ड राॅय चिकित्सालय में घायलों का उपचार करने के लिए जा रहे थे तब उन्हें इन बातों का सामना करना पड़ गया। यासीन का जन्म पश्चिमी यार्कशायर के कीघले में हुआ था।

यासीन अपनी दोनों बेटियों और पत्नी के साथ ट्रैफर्ड में निवास करते हैं। अपने साथ हुई वारदात को लेकर उन्होंने कहा कि आतंकी हमले धर्म और नस्ल के आधार पर भेदभाव नहीं करते और नस्लीय गालियां भी भेदभाव नहीं करती। यासीन ने कहा, मेरी त्वचा के रंग के कारण संभवतः एक व्यक्ति ने नफरतभरी बातें कही। यासीन ने यह भी कहा कि आतंकी हमले में घायल लोगों का उपचार करना बहुत ही पीड़ादायक था।

उनका कहना था कि 11 साल की उनकी बेटी एमिलिया भी आतंकी हमले का शिकार हो गई होती,अगर उन्होंने उसे एरियाना ग्रांडे के कंसर्ट में जाने से मना न किया होता। पाकिस्तानी मूल के डॉक्टर ने कहा कि एमिलिया का अगले दिन स्कूल था। इसलिए हमने उसे कार्यक्रम में नहीं जाने दिया। गौरतलब है कि पॉप गायिका एरियाना ग्रांडे के कंसर्ट में हुए हमले में 22 लोग मारे गए। आतंकियों की धरपकड़ में ब्रिटेन की पुलिस ने रविवार को फिर छापेमारी की और 19 साल के एक युवक को गिरफ्तार किया। ब्रिटिश पुलिस ने अब तक 13 लोगों को हिरासत में लिया है।

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