मद्रास हाई कोर्ट में रचा गया इतिहास, पति-पत्नी दोनों एक साथ बने जज

चेन्नई: न्यायिक इतिहास में मद्रास उच्च न्यायालय एक अनोखे लम्हे का गवाह बना. किन्तु ये किसी जजमेंट को लेकर नहीं बल्कि न्यायमूर्ति के शपथ ग्रहण को लेकर था. दरअसल, मद्रास उच्च न्यायालय में पहली बार कोई पति-पत्नी जज बने और दिलचस्प बात ये रही कि दोनों ने एक ही दिन शपथ भी ग्रहण की. ज्यूडिशयरी के इतिहास में दूसरी दफा ऐसा हुआ है. 

बता दें की न्यायमूर्ति मुरली शंकर कुप्पुराजू (Justice Murali Shankar Kuppuraju) और न्यायमूर्ति तमिलसेल्वी टी वलयापलायम ( Justice Tamilselvi T. Valayapalayam) ने गुरुवार को मद्रास उच्च न्यायालय में जज की शपथ ग्रहण की. इस दौरान एडवोकेट जनरल विजय नारायण ने कहा कि न्यायमूर्ति मुरली शंकर ने न्यायमूर्ति तमिलसेल्वी से शादी की है. मद्रास उच्च न्यायालय के इतिहास में ऐसा पहली दफा हुआ है कि पति और पत्नी ने जज के पद की एक ही दिन शपथ ग्रहण की है. ऐसा करके उन्होंने न्यायिक इतिहास रच दिया है. फिलहाल, मद्रास उच्च न्यायालय में दंपती के अलावा 8 अन्य जजों ने भी शपथ ग्रहण की है. 

जब न्यायमूर्ति मुरली शंकर तिरुचि में प्रिंसिपल डिस्ट्रिक्ट और सेशन जज के रूप में सेवारत थे और उनकी पत्नी न्यायमूर्ति तमिलसेल्वी मद्रास उच्च न्यायालय की मदुरै बेंच में रजिस्ट्रार (न्यायिक) के रूप में नियुक्त थीं, तब दोनों ने वर्ष 1996 में विवाह किया था.

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