रायपुर : शिक्षा. देश के विकास का सबसे अहम मुद्दा है. ऐसे में छत्तीसगढ़ के बस्‍तर जिले में विकास की इस सीढ़ी का बेझिझक मजाक बनाया गया है. जिला मुख्‍यालय जगदलपुर से 40 किमी दूर नलपांवड ग्राम पंचायत में पांच साल पहले कम्प्यटूर प्रयोगशाला के नाम पर लगभग 18 लाख रुपए का भवन बना. मगर शिक्षा के इस मंदिर में विधार्थियो की जगह मवेशियों ओर कबूतरों ने ली. बदहाली ओर बद-प्रबंधन के कारण अब ये भवन खंडहर में बदल गया है. नलपांवड ग्राम में हाई स्‍कूल के बच्‍चों को कंप्‍यूटर शिक्षा देने के वास्ते पांच साल पहले निर्मित इस भवन के निर्माण का उदेश्य आज तक पूरा नहीं किया गया है. हालात ये है कि आज तक कंप्यूटर कि शिक्षा तो ठीक बच्चो को कप्यूटर के दर्शन तक नहीं कराये गए. पंचायत के अधिकारियो से बात करने पर मालूम हुआ की इस भवन की बदहाली के बारे में किसी के पास कोई जवाब ही नहीं है. वही स्कूल के छात्रों का कहना है कि उन्हें कम्प्यूटर सीखने की ललक है, लेकिन इस भवन का उन्‍हें कभी कोई फायदा नहीं मिला. न ही यहां कभी कंप्‍यूटर आए. स्कूल के शिक्षकों और प्राचार्य एसएन कश्‍यप ने भी अधिकारियों की लापरवाही की शिकायत की . तहसीलदार आनंद नेताम ने भी कहा कि बस्तर की बदहाली का कारण शासन की योजनाओं का अधिकारीयो द्वारा सही सही संचालन नहीं किया जाना है. पद्मावत : ये समाज नहीं मानेगा सुप्रीम कोर्ट का फैसला पुलिसकर्मी लाचार, हत्या करके आरोपी हुआ फरार वरिष्ठ नेता श्रीनिवास तिवारी का निधन,अंतिम संस्कार आज