विवादित इस्लाम प्रचारक जाकिर नाइक ने खुद का बचाव करते हुए कहा है की वह मीडिया ट्रायल का शिकार हो रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अभी किसी भारतीय जांच एजेंसी ने नहीं तलब किया है और वो मीडिया ट्रायल के लिए भारत नहीं आने वाले हैं.
ढाका हमले के बाद विवादों में आए जाकिर ने टीवी समाचार चैनल से बातचीत करते हुए कहा, पीएम नरेंद्र मोदी की पहल से हिंदू और मुसलमान करीब आए हैं और उनकी यह पहल सराहनीय है.
इंटरव्यू से जूड़ी रोचक बातें :
1. मोदी एकमात्र ऐसे पीएम हैं जिन्होंने इतने कम समय में तमाम मुस्लिम देशों का दौरा किया.
2. मैंने कभी आतंकवाद का समर्थन नहीं किया और न कभी करूंगा.
3. मैं मीडिया को चुनौती देता हूं कि वो एक भी उदाहरण दिखाए जहां मैंने आतंकवाद का समर्थन किया है.
4. मेरे खिलाफ मीडिया ट्रायल चल रहा है. मुझे किसी भारतीय जांच एजेंसी ने तलब नहीं किया.
5. बांग्लादेश के एक अखबार ने मेरे खिलाफ गलत खबर छापी. भारतीय मीडिया ने उस अखबार का हवाला देते हुए खबर चलाई.
6. मैंने मुसलमानों को कभी भी अमेरिका या किसी के खिलाफ हथियार उठाने को नहीं कहा. मैंने कुछ गलत नहीं किया.
7. मैंने कभी दो समुदायों के बीच सद्भाव बिगाड़ने या किसी समुदाय को नीचा दिखाने की कोशिश नहीं की.
8. आईएसआईएस को इस्लामिक स्टेट कहना गलत है. वो गैर-इस्लामिक है. मैं आतंकवाद की निंदा करता हूं.
9. मैं यूनिफॉर्म सिविल कोड का समर्थन करता हूं. एक ऑब्जेक्टिव पैनल होना चाहिए और बेस्ट कोड का चुनाव करना चाहिए. मेरा मानना है कि इस्लामिक कोड बेस्ट है.
10. मैं एनआरआई हूं और मेरे पास अबु धाबी और सउदी अरब का रेजिडेंट वीजा है. अगर कोई सरकारी एजेंसी चाहती है तो मैं भारत आकर सभी सवालों के जवाब देने को तैयार हूं.
11. मैं किसी भी टीवी चैनल को चुनौती देता हूं कि वो प्रवीण तोगड़िया का भी पूरा भाषण दिखाए और मेरा पूरा भाषण दिखाए. फिर जनता को तय करने दिया जाए.
12. मेरे एक करोड़ 40 लाख फैन हैं और अगर 10-20 लोग किसी के बहकावे में आकर गलत काम करते हैं तो इसमें मेरा क्या दोष है?