लखनऊ: योगी आदित्यनाथ सरकार ने नेपाल-भारत सीमा के पास थारू गांवों में स्वास्थ्य केंद्रों पर फोकस कर रही है। इन गांवों में ' ऑपरेशन ममता ' ने थारू क्षेत्र की महिलाओं की जिंदगी बदल दी है, जिन्हें पहले स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित रखा गया था ।
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार तराई क्षेत्र के थारू गांव जैसे चंदन चौकसी, गौरीफंटा, नाजोटा, चहेडिया वेस्ट, बांकटी, और धुस्किया में छह उप स्वास्थ्य केंद्रों के बदलाव से यह सुनिश्चित हो गया है कि प्रसव और अन्य सेवाएं अब आसानी से उपलब्ध हों।
पहले यहाँ के इलाको में अँधेरा था। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने से पहले इन क्षेत्रों में पानी, बिजली या चिकित्सा सुविधा नहीं थी, लेकिन पद ग्रहण करने के बाद उन्होंने इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य उपकेंद्रों की स्थापना और बिजली सुनिश्चित की, जिससे वहां के लोगो को 24 घंटे चिकित्सक सुविधा उपलब्ध हो सके। सरकार ने अब सभी केंद्रों पर सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई हैं, अब प्रसूति के लिए महिलाओं को लंबी दूरी की यात्रा किए बिना ही उनका इलाज इन स्वास्थ्य केन्द्रो में किया जा सके।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में 3602 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं जिनमें 14,408 बिस्तर और 943 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 28290 बिस्तर हैं । स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में कोविड बेड की क्षमता को 70,000 से अधिक करने का लक्ष्य रखा गया है।