नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 21 जून को सभी जगह योग दिवस मानाने को लेकर मुस्लिम संगठनो द्वारा किये गए विरोध का असर कुछ इस तरह हुआ की कार्यक्रम से सूर्य नमस्कार आसान को हटाना पड़ा. क्या योग धार्मिक संस्कृतीयो को हानि पहुचता है या फिर जब भी मोदी कुछ नया करना चाहते है तो उसका विरोध लाज़मी है. सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि सरकार ने विवादित विषय होने की वजह से योग दिवस के कार्यक्रम में सूर्य नमस्कार नहीं रखा गया था. केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाइक ने इस बात की पुष्टि की है कि योग दिवस के मौके पर सरकार के कार्यक्रम में सूर्य नमस्कार नहीं होगा. नाइक के मुताबिक सूर्य नमस्कार करना मुश्किल भी है.
मुस्लिमों ने जताई थी आपत्ति-
एमआईएम जैसे कुछ राजनीतिक संगठनों और कुछ मुस्लिम धर्मगुरुओं ने सूर्य नमस्कार पर आपत्ति जताई थी. उनका कहना है कि इस्लाम में अल्लाह के अलावा किसी और के सामने झुकने की इजाजत नहीं है. 35 मिनट के कार्यक्रम में 13 तरह के आसन होंगे 21 जून को देश की राजधानी में 35 मिनट का कार्यक्रम होगा. इसमें 13 तरह के आसन होंगे. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे. दिल्ली में करीब 35 हजार स्कूली बच्चे भी योग करेंगे. दिल्ली ही नहीं, देश के कई शहरों में 21 जून को सुबह 7 बजे एक साथ योग किया जाएगा.