बैंगलोर: कर्नाटक की राजनीति एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है. सीएम बीएस. येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) ने सोमवार को अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है. लंबे समय से कयास लगाए जा रहे थे कि येदियुरप्पा इस्तीफा दे सकते हैं, अब सोमवार को जब सरकार के दो साल पूरे हुए तब उन्होंने अचानक इस्तीफे की घोषणा कर दी है.
बीएस येदियुरप्पा ने एक कार्यक्रम में इस्तीफे का ऐलान किया है. इस दौरान वह भावुक भी हुए. बीएस. येदियुरप्पा ने कहा कि वह कर्नाटक की जनता के लिए काम करते रहेंगे, वह कई अग्निपरीक्षाओं से होकर गुजरे हैं. आगे भी वह पार्टी को मजबूत बनाने में लगे रहेंगे. येदियुरप्पा की गिनती कर्नाटक के बड़े नेताओं में होती है, ऐसे में अब जब सीएम पद से इस्तीफा हुआ तो बीएस येदियुरप्पा के समर्थक भी भावुक नज़र आए. बेंगलुरु में येदियुरप्पा के समर्थक रोते बिलखते हुए दिखाई दिए.
वहीं, कर्नाटक में सबसे असरदार लिंगायत मठों के प्रमुखों ने येदियुरप्पा को हटाने के फैसले को गलत कहा है. मठाधीशों ने चेतावनी दी है कि भाजपा को इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा. बता दें कि पूर्व सीएम पर भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते 2013 में भाजपा ने उन्हें पद से हटा दिया था. जिसका परिणाम यह हुआ था कि विधानसभा में भाजपा सिर्फ 40 सीटों पर सिमट गई थी. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा कर्नाटक में येदियुरप्पा को हटाने के बाद लिंगायत को कैसे साधती है
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