नई दिल्ली : पाकिस्तान द्वारा भारत पर वार्ता प्रक्रिया को आगे न बढ़ाने का आरोप लगाने के मामले में भारत ने कहा है कि वह भारत और पाकिस्तान के संबंधों के प्रासंगिक बिंदूओं पर चर्चा करेगा। इतना ही नहीं इस बार इन मसलों में पाकिस्तान समर्थित सीमा पार से होने वाले आतंकवाद को भी शामिल किया जाएगा। इस मामले में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि भारत दोनों देशों के संबंधों में समकालीन व प्रासंगिक मसलों पर चर्चा का स्वागत करेगा।
भारत अपनी ओर से सीमा पार से बढ़ने वाले आतंकवाद पर भी पाकिस्तान से सवाल करेगा। इतना ही नहीं आतंकी बहादु अली व अन्य आतंकियों द्वारा घुसपैठ किए जाने को रोकने की बात भी शामिल होगी। उनका कहना था कि हिंसा और सीमा पर आतंकवाद को भड़काना हाफिज सईद और सैय्यद सलाहुद्दीन जैसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आतंकी माने जाने वाले लोगों के जुलूस निकालने की अनुमति देना और पाकिस्तान में मुंबई हमले की सुनवाई और पठानकोट हमले की जांच को लेकर गंभीरता बरतना भी भारत की वार्ता का भाग होंगे।
भारत और पाकिस्तान के संबंधों को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि जो बीत गया है, उसके विपरीत अब हम इस पर सहमति नहीं जता सकते कि आतंकवाद के प्रायोजकों और समर्थकों के साथ बातचीत इस संदर्भ में कार्रवाई के बिना जारी रहनी चाहिए। गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विकास मामले के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा है कि पाकिस्तान, भारत को जम्मू-कश्मीर पर चर्चा के लिए बुलाएगा। पाकिस्तान के विदेश सचिव भारत के विदेश सचिव को निमंत्रण भेजेंगे।
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