भारत से ही हुई थी World's Laughter Day की शुरुआत
भारत से ही हुई थी World's Laughter Day की शुरुआत
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World's Laughter Day यानी विश्व हास्य दिवस, और इससे अच्छा दिन कौनसा हो सकता है किसी के लिए भी। इतनी भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में हंसने के लिए भी हमे समय नहीं मिलता। बस दिन रात हम एक ही चीज़ के पीछे भागते हैं और वो है पैसा। लेकिन पैसे से हम अपनी हंसी नहीं खरीद सकते। इसलिए ये ज़रूरी है कि अपने लिए हम कुछ ऐसा समय निकाले जिसमे हम खुल कर और सारी परेशानियों को भूल कर हंस सके। तो इसी दिन को मनाने के लिए आया है विश्व हास्य दिवस। जिस दिन हम इसे खुलकर मना सकते है।

सबसे पहले बता दे कि ये दिन मई महीने के पहले संडे को मनाया जाता है जो इस बार 7 मई को है। वैसे हंसी के लाभ बताने की ज़रूरत नहीं है हमे क्योकि अगर लाभ नहीं भी तो हंसने में कोई नुकसान भी नहीं है। आपकी एक हंसी से बहुत कुछ बदल सकता है। जैसे बात करें किसी से की गयी लड़ाई की तो उस लड़ाई में भी अगर आप एक पल मुस्कुरा देते हैं तो रिश्ते अक्सर वहीँ संवर जाते हैं। हमारी एक हंसी से कई बिगड़े काम बन जाते हैं।

विश्व हास्य दिवस दुनिया में शांति बनाये रखने का एक कारण भी है जिससे हर जगह खुशियां ही खुशियां हो। ये दिन सबसे पहले भारत में ही मनाया गया था जो 11 जनवरी 1998 को मुंबई में मनाया गया था जो अब पूरी दुनिया में मनाया जाता है। इस दिन को सिर्फ एक ही दिन ना मना कर योग में भी मनाते हैं।

स्थापना - इस दिन की स्थापना डॉ मदन कटारिया ने की थी। जिससे ये दुनिया और दुनिया के लोग हंसकर खुद को सकारात्मक बनाये और और संसार में शांति बनी रहे। इनके अनुसार हंसने से सकारात्मक ऊर्जा आती है जिससे मनुष्य ऊर्जावान बनता है और साथ ही संसार भी। इन्होने दुनिया में शांति की स्थापना करने के लिए एक बहुत ही नायाब पहल की थी। जो आज सारे संसार मनाई जाती है।

उद्देश्य - आज के समय जहाँ आतंकवाद से दुनिया से डरी हुई है, उस समय में इस दिन का बहुत महत्व है। इस दिन को मनाने से इसकी लोकप्रियता काफी फेल गयी है। इसी उद्देश्य को लेकर सारी दुनिया में छह हजार से भी ज्यादा लाफ्टर क्लब बनाये गए हैं जो मनुष्य को और सारे संसार को हंसने के लिए प्रेरित करते हैं।

सामाजिक और निजी फायदा - हंसने से सिर्फ दुनिया का ही अच्छा नहीं होता बल्कि हमारी निजी ज़िन्दगी में भी बहुत असर पड़ता है। शोध में ये भी पाया गया है कि हंसने वाला व्यक्ति ज्यादा अक्लमंद होता है। निजी ज़िन्दगी यानि हमारी पर्सनल लाइफ, जिसमे काफी उतार चढाव आते रहते हैं। यूथ्स की बात करें आजकल कपल्स में भी कम ही हंसी देखने को मिलती है क्योकि उसमे ज्यादा लड़ाई और झगड़े ही पाए जाते हैं। और इसी बात को अगर प्यार से और हंस कर करें तो शांति बनी ही रहेगी। तो समाज हो या फिर आपकी पर्सनल लाइफ हंसने में कभी कमी ना करें बल्कि खुलकर हँसे और औरों को भी हंसाये जिससे ये दुनिया हंसमुख हो जाये।

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