जिस्‍म फरोशी का खौफनाक सच : एक दिन में 30 लोगो के साथ सोने को करते थे मजबूर
जिस्‍म फरोशी का खौफनाक सच : एक दिन में 30 लोगो के साथ सोने को करते थे मजबूर
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काठमांडू। 20 साल पहले महज 14 साल की उम्र में अच्‍छी नौकरी का लालच देकर मानव तस्‍कर उसे भारत ले आए और यहां देह व्यापर के काले दलदल में धकेल दिया। कई सालों तक लोगों की हवस का शिकार बनने के बाद वो भाग निकली और अब इस दलदल में फंसी दूसरी नेपाली लड़कियों को भी बचाने में लगी है।

खबर के मुताबिक सुनीता दुआवर जो कि नेपाल की रहने वाली हैं और फिलहाल देह व्यापार के दलदल में फंसी लड़कियों को बचा रही हैं। जानकारी के मुताबिक सुनीत को अच्‍छा काम और पैसे का लालच दिया और भारत लाकर एक कमरे में बंद कर दिया गया जहां हर दिन उसे लोगों के सामने फेंक दिया जाता था। यहां तक की कई बार तो उसे नींद से उठाकर ग्राहकों के सामने परोसा जाता था। सुनीता उन कुछ भाग्‍यशाली लड़कियों में से है जो वहां से भागने में सफल हो गई। नेपाल में आए भूकंप के बाद यहां फिर मानव तस्‍कर सक्रिए हैं।

सुनीता के अनुसार उन 5 महीनों में मुझे हर रोज 30 लोगों के साथ सोना पड़ता था जबकि सरकारी छुट्टी के दिन यह संख्‍या बढ़कर 50 हो जाती थी। उनमें से कुछ मुझे मारते भी थे। कई बार तो जब मैं सोने की कोशिश करती तो मुझे जगा दिया जाता क्‍योंकि ग्राहकों को उनकी भूख मिटानी होती थी। सुनीता ने आगे बताया कि 'मुझे बाहर भी नहीं जाने दिया जाता था। एक कमरा था जिसमें खिड़की की जगह दिवार में लोहे की सर‍ियां लगी हुई थी। स्‍थानीय पुलिस वालों को भी रिश्‍वत देकर चुप करवा दिया जाता था।

सुनीता ने बताया कि एक बौद्ध भिक्षु उसकी मदद के लिए आगे आए और बचा लिया। इसके बाद वो उसे नेपाल वापस लेकर आए। अब 36 वर्ष की हो चुकी सुनीता पूरी मेहनत से उन लड़कियों को बचाने में लगी है जो इन मानव तस्‍करों के निशान पर होती हैं। सुनीता एक चैरिटी ग्रुप भी चलाती है जिसका नाम शक्ति समुह रखा है। इसमें ज्‍यादातर वो महिलाएं काम करती हैं जो कि वैश्‍यालयों से बचाई गई हैं। आंकड़ों के अनुसार नेपाल मानव तस्‍करों की पसंद की जगह है।

नेपाल में भूकंप आने के बाद वहां के हालत बहुत खराब है और सुनीता को अब इस बात की चिंता सत्ता रही है कि ऐसे में नेपाल की नाबालिग और युवा लड़कियां आसानी से झांसे में आ जाएंगी। सुनीता ने बताया की लोगो में काफी उत्सुकता है सीमा पार जाकर पैसा कमाने की। हमें इस बात का डर है की कही मानव तस्‍कर उन लड़कियों को लालच देकर अपने जाल में न फंसा ले। आपको बता दे की अभी तक सुनीता के ग्रुप ने 16-19 साल के बीच की 21 लड़कियों को देह व्यापार के दलदल से निकाल बचा लिया है।

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