नामांकन वापस लेने का दवाब बनाया कहकर चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर धरने पर बैठे सिसोदिया
नामांकन वापस लेने का दवाब बनाया कहकर चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर धरने पर बैठे सिसोदिया
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नई दिल्ली: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दिल्ली में चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ चुके हैं। जी हाँ, इस समय वह मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलने के लिए जिद कर रहे हैं जबकि मुख्य चुनाव आयुक्त ने मुलाकात के लिए शाम चार बजे का समय दिया है। इसे देखते हुए भी मनीष सिसोदिया आयोग के बाहर ही धरने पर बैठ गए हैं। जी दरअसल उनका कहना है कि इधर इमरजेंसी है और चुनाव आयुक्त के पास समय नहीं है। आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने उन्हें समझाने की भी कोशिश की, लेकिन उन्होंने धरना खत्म करने से मना कर दिया है।

जी दरअसल उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने हाल ही में यह कहा है कि, 'गुजरात के सूरत ईस्ट से AAP प्रत्याशी का नामांकन के बाद सरेआम अपहरण हो गया। 500 पुलिस कर्मिर्यों ने उन्हें गन प्वाइंट पर हड़काया और नामांकन वापस लेने का दवाब बनाया। यह इमरजेंसी की स्थिति है। इसी संबंध में वह शिकायत करने आए हैं, लेकिन चुनाव आयुक्त के पास समय नहीं है। वह कई घंटों बाद मिलने के लिए कह रहे हैं।' इसके अलावा उन्होंने यह तक कहा कि, 'चुनाव आयुक्त ने उन्हें साढ़े चार बजे मिलने का समय दिया है, इस वजह से वह उस समय तक यहीं आयोग के गेट पर ही बैठकर उनका इंतजार करेंगे।'

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आपको बता दें कि मनीष सिसोदिया के धरने की सूचना पर दिल्ली पुलिस के कुछ अधिकारी उन्हें समझाने के लिए पहुंचे और उनसे आग्रह भी किया कि वह धरना खत्म कर दें। उनको काफी समझाया, लेकिन वह नहीं माने और उन्होंने साफ कह दिया कि वह यहां से हटने वाले नहीं हैं। केवल यही नहीं बल्कि उन्होंने यह तक कहा कि उनका मकसद यहां धरना प्रदर्शन करना नहीं है। उनके एक प्रत्याशी का अपहरण हुआ है, यह इमरजेंसी की स्थिति है। तत्काल मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलना है। ऐसे में बिना कोई आश्वासन दिए पुलिस अधिकारी वापस लौट गए हैं। इस मौके पर मनीष सिसोदिया के साथ उनकी लीगल टीम भी मौजूद है।

आपको जानकारी दे दें कि इससे पहले गुजरात में आम आदमी पार्टी की ओर से सीएम फेस ईशुदान गढ़वी ने अपहरण का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि बीजेपी ने सूरत ईस्ट से आप उम्मीदवार कंचन जरीवाला का अपहरण किया है। केवल यही नहीं बल्कि बीजेपी के ही दबाव में अब कंचन जरीवाला रिटर्निंग ऑफिसर के कार्यालय में नामांकन वापस लेने पहुंचे हैं।

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