भगवा ध्वज के साथ फहराया तिरंगा, संघ ने किया कांग्रेसी दल का स्वागत
भगवा ध्वज के साथ फहराया तिरंगा, संघ ने किया कांग्रेसी दल का स्वागत
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इंदौर: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में देशद्रोही विरोधी नारेबाजी करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता सोमवार को तिरंगा फहराने संघ के दफ्तर तक पहुंचे. वहाँ पहुँचते ही सबसे खास बात यह थी कि इंदौर शहर के संघ स्वयंसेवकों ने कांग्रेस नेताओं के आगमन पर बड़ी दिलचस्पी के साथ न केवल स्वागत किया, बल्कि उन्हें चाय और नास्ता भी कराया . कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव की अगुवाई पर जुलूस के साथ सैकड़ों कार्यकर्ता संघ कार्यालय पहुंचे.

देशभक्ति और एक सच्ची निष्ठा के नाम पर आरएसएस को सिर्फ दिखावा करने और बोलने वाला संगठन बता रहे कांग्रेस नेता उनके द्वारा किये गए स्वागत को  देख  चौंक गए. संघ कार्यालय में पहुंचें अरुण यादव ने अपने समर्थकों के साथ संघ कार्यालय में भगवा ध्वज फहराने का फैसला किया था. जब वे अपने कांग्रेस दल के 800 कार्यकर्ताओं के साथ संघ कार्यालय की ओर जाने लगे तो पहले उन्हें पुलिस ने रोका. पर संघ के द्वारा मिली अनुमति से अरुण यादव सहित 20 नेताओं को वहां जाने दिया गया. पुलिस वहाँ बहुत अलर्ट थी और कर्तव्य पर सजक थी .

संघ कार्यालय पहुंचने पर कांग्रेस नेताओं का एक पारंपरिक तौर पर स्वागत किया गया. स्वागत की इस बेला में कांग्रेस दल के सभी नेता और कार्यकर्ताओं का भी सबसे पहले तिलक लगाकर स्वागत किया गया. फिर इसके पश्चात यादव ने कार्यालय की छत पर भगवा ध्वज के ठीक बगल में तिरंगा फहराया. इसमें शामिल संघ के अधिकारी और स्वयंसेवकों ने तिरंगे को सलामी दी और राष्ट्रगान गाया. इसके बाद सबने मिलकर चाय-नाश्ता किया.

पक्ष -विपक्ष के बावजूद भी संघ कार्यालय में इस घटना की पूरे शहर में जोर-शोर  के साथ चर्चा हुई. ध्वजारोहण के बाद अरुण यादव ने कहा कि केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार आने के बाद बीजेपी और संघ के लोग देशभक्ति और एकता का भाव लेकर सबको सीख देने की कोशिश करते हैं, लेकिन संघ इस मसले पर सिर्फ भाषण देता रहा है. देशभक्ति क्या है ? एकता क्या होती है ? को सही अर्थों में अपनाना चाहिए. इसलिए हमने संघ कार्यालय पहुंचकर भगवा ध्वज के साथ तिरंगा फहराया है.

स्वयंसेवक संघ की ओर से विभाग कार्यवाह दिलीप जैन ने अपने बयान में कहा कि तिरंगे को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह तो हम सबका भावनात्मक विषय है और सभी स्वयंसेवक राष्ट्रीय त्योहारों पर अपने घर, दफ्तर, संस्थान में तिरंगे को सलामी देते ही हैं. भगवा ध्वज को संघ ने सांस्कृतिक प्रतीक के तौर पर स्वीकार कर गुरू का दर्जा दिया है. राष्ट्रीय ध्वज और भगवा ध्वज दोनों का हमारे लिए बहुत महत्व है . दोनों को लेकर कभी भी विवाद की स्थिति उत्पन्न नहीं होनी चाहिए.

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