क्या अमरिंदर सिंह को टक्कर दे पाएंगे सिद्धू ? पटियाला में 20 सालों से अजेय हैं 'कैप्टन'
क्या अमरिंदर सिंह को टक्कर दे पाएंगे सिद्धू ? पटियाला में 20 सालों से अजेय हैं 'कैप्टन'
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अमृतसर: पंजाब में विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। सियासी दलों द्वारा धीरे-धीरे उम्मीदवारों के नाम का ऐलान भी किया जा रहा है। आम आदमी पार्टी (AAP) इस मामले में सभी दलों से आगे है। हालांकि, AAP ने भी अभी तक पटियाला विधानसभा सीट के लिए अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है, जहां से पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।

बता दें कि पटियाला सीट पर पिछले 20 वर्षों से कैप्टन अमरिंदर सिंह का एकतरफा दबदबा है। 2002 से लेकर 2014 तक लगातार वह यहां से विधानसभा पहुंचे हैं। इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में कैप्टन अमरिंदर ने अमृतसर सीट से भाजपा उम्मीदवार अरुण जेटली को मात देने के बाद विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था।  2014 में इस्तीफा देने के बाद उन्होंने उपचुनाव में अपनी पत्नी प्रिनीत कौर को पटियाला से मैदान में उतारा। प्रिनीत कौर भी चुनाव जीतने में कामयाब हुईं। वह 2014 से 2017 तक यहां से MLA रहीं। इसके बाद जब राज्य में 2017 में विधानसभा चुनाव हुए तो कैप्टन अमरिंदर सिंह ने फिर पटियाला से ताल ठोंकी। कैप्टन ने ना केवल अपनी सीट जीती, बल्कि अपनी तत्कालीन पार्टी यानी कांग्रेस को बहुमत भी दिलाया और खुद CM बने।

हालांकि, अब कैप्टन अमिरंदर सिंह कांग्रेस से अलग हो चुके हैं। उन्होंने पंजाब लोक कांग्रेस नाम से अपनी पार्टी बनाई है, जिसका भाजपा से गठबंधन है। बता दें कि 2017 के चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने वाली शिरोमणि अकाली दल (SAD) भी अब NDA से अलग हो चुकी है।  कांग्रेस ने फिलहाल पटियाला सीट से अपने प्रत्याशी का नाम घोषित नहीं किया है। हालांकि, कांग्रस का एक धड़ा कह रहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू को यहां से कैप्टन को टक्कर देनी चाहिए। हालांकि, इसको लेकर फैसला कांग्रेस हाईकमान को करना है। खबर है कि इस हफ्ते के अंत तक कांग्रेस पार्टी अपने कैंकिडेट के नाम का ऐलान कर सकती है। बता दें कि SAD ने इस चुनाव के लिए अपने प्रत्याशी के तौर पर हरपाल जुनेजा को मैदान में उतारा है।

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