वॉशिंगटन: कोरोना वायरस महामारी के उपचार को लेकर अमेरिकी वैज्ञानिक एक नई दिशा में कार्य कर रहे हैं. US के वैज्ञानिकों का एक दल मशरूम के औषधीय गुण और चाइनीज जड़ी-बूटियों की सहायता से कोविड के इलाज को पर काम कर रहे हैं. यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया-सेन डिआगो में डायरेक्टर ऑफ रिसर्च सेंटर फॉर इंटरेगिटव हेल्थ डिपार्टमेंट में प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर के पद पर तैनात गॉर्डन साक्से के मुताबिक, मशरूम को इसलिए चुना गया है क्योंकि इम्युनिटी बढ़ाने और एंटीवायरल प्रभाव को लेकर इसका इस्तेमाल आज भी इतिहास में मौजूद है. MACH-19 (मशरूम एंड चाइनीज हर्ब फॉर कोविड-19) एक मल्टी सेंटर अध्ययन है, जिस पर सेन डिआगो स्कूल ऑफ मेडिसिन एंड यूसी लॉस एंजलिस, ला जोल्ला इंस्टीट्यूट फॉर इम्युनोलॉजी के साथ मिलकर कार्य को पूरा करना है.
प्री क्लिनिकल स्टडी में मिले बेहतर नतीजे: वर्ष 2019 में हुई प्री क्लिनिकल अध्ययन में पाया गया कि मशरूम में कोरोना के संक्रमण को रोकने की क्षमता है, इनमें इंफ्लुएंजा (H1N1) इंफ्लुएंजा A (H5N1) और हर्पिस शामिल है. गॉर्डन साक्से ने कहा है कि उन्हें लगता है कि औषधिय मशरूम में कोरोना की प्रतिकृति को रोकने की क्षमता है और इस थ्योरी का वे सार्स कोरोना वायरस (SARS-CoV-2) के विरुद्ध फेज-2 के ट्रायल में परीक्षण करना चाहते हैं. गॉर्डन साक्से ने कहा कि मशरूम के कई लाभ हैं और वे हमारे साथ बढ़ते है. जैसे मशरूम बैक्टीरिया, वायरस और अन्य फंग्स के शिकार होते हैं, ठीक वैसे ही मानव होता है. जैसे मशरूम इस तरह के कीटों से लड़ने में मदद करता है, ठीक उसी तरह हमें यकीन है कि उन्हें खाने पर हमें रक्षा तंत्र प्राप्त होगा.
MACH-19 को लेकर जारी तीसरे ट्रायल में मशरूम के औषधिय गुणों का आकलन कर रहे है. इसे कोरोना वायरस वैक्सीनेशन की शुरुआत में कैप्सूल के तौर पर किया गया था, लेकिन क्या इससे एंटीबॉडीज बढ़ सकती है और इम्युन सिस्टम किस तरह रिस्पांस कर रहा है. उन्होंने कहा कि इसका चौथा ट्रायल लॉन्च होना अब भी बाकी है.
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