मंगलवार को “इंटरनेशनल इंस्टीटयूट आॅफ स्टैटिजिक स्टीडीज की एनुअल रिर्पोट “मिलिट्री बैलेंस 2016“ बताया गया है कि, नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने से इस्लामाबाद में काफी खुशी का माहौल सा छां गया था। क्योकि पाकिस्तान सरकार सोंच रही थी कि मोदी के आने से शायद दोनो देशों के बीच संबंध सही होंगें पर इस तरह से कुछ भी नही हुआ है। जिससे पाकिस्तान को निराशा का समना करना पड़ा।
क्या कारण है कि पाकिस्तान-भारत से परेशान है
1. भारत का अपनी आर्मी में अपाचे हेलिकाॅप्टर, सी130 एयरक्राफ्ट और टी90 टैंक जैसे एडवान्स्ड वेपन्स शामिल करना पाकिस्तान की परेशानी की वजह बना हुआ है।
2. वही भारत हथियारों की खरीदारी में काफी आगे बढ़ रहा है। यदि हम पिछले सालों में खरीदे गये हथियारों की बात करे तो भारत ने (6,31,700) करोड़ रूपयें के हथियार खरीदे है। यह भी पाकिस्तान के लिये परेशानी का कारण है।
3. यदि हम भारत की डिफेंस के बजट की बात करे तो पाकिस्तान के बजट से काफी ज्यादा है। इस साल पाकिस्तान का बजट 78 हजार करोड़ लाख है, वही भारत का बजट 2,46 करोड़ लाख है। इतना ही नही ऐसे कई कारण है जो पाकिस्तान के लिये समस्या बने हुये है।
4. भारत से लागातार सभी युध्दों में हार का सामना करना, यह भी बड़ा कारण है पाकिस्तान के लिये।
5. वही भारत की सेना भी पाकिस्तान की सेना से तीन गुना है, जबकि विश्व में इसका अग्रणी स्थान है। एक ओर भारत के पास पाकिस्तान से ज्यादा परमाणु हथियार एवं नेवी वाॅरशिप टैंक भी है जो पाकिस्तान की समस्या बने हुयें है।
पाकिस्तान के लिये अमेंरिकी सांसदों ने चिंता व्यक्त की है-
हांल ही में पाकिस्तान परमाणु हथियारों पर काफी जोर देर रहा है जिस तरीके से उसने पिछले सालों से जो हथियार विकसित किये हुये उसे देख लग रहा है। कि पाकिस्तान आने वाले समय में परमाणु हथियारों के मामले में काफी आगे निकल जायेगा। शायद वह भारत को टक्कर देने के लिये यह कर रहा है। पर भारत भी इस मामले में पाकिस्तान से काफी ज्यादा आगें है। यह पाकिस्तान को हमेशा याद रखना होगा।
मिलिट्री बैलेंस 2016 रिर्पोट के अनुसार
भारत के प्रंधानमंत्री नरेन्द्र को अब डिफेंस सेक्टर में एफडीआई और प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी की परमीशन देना अब गलत नही होगा और जल्द ही मोदी जी को परमीशन दे देना चहिये।