घर बनाते समय वास्तु शास्त्र का पालन करने की परंपरा भारत में काफी पुरानी है। ऐसा माना जाता है कि इससे घर में खुशहाली, सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है। संकटों से बचने के लिए लोग वास्तु के विभिन्न उपाय अपनाते हैं, जिनमें से एक प्रमुख उपाय है घर की नींव में चांदी के नाग-नागिन की मूर्ति रखना। आइए जानते हैं, इस परंपरा का महत्व और इससे जुड़े धार्मिक और वास्तु शास्त्र के तर्क।
श्रीमद्भागवत महापुराण के पांचवें स्कंद में वर्णन है कि धरती के नीचे पाताल लोक है, और पाताल लोक के स्वामी शेषनाग हैं। शेषनाग को धरती का आधार माना गया है और वे सदैव विष्णु भगवान के साथ रहते हैं। इस मान्यता के अनुसार, जब घर की नींव रखी जाती है, तो भूमि पूजन के दौरान चांदी के नाग-नागिन की मूर्ति स्थापित की जाती है। यह माना जाता है कि इससे शेषनाग उस संपत्ति और घर की रक्षा करते हैं।
नाग को भारतीय संस्कृति में धन का रक्षक माना गया है। जिस प्रकार नाग अपनी केचुली (खोल) को छोड़कर नया रूप धारण करता है, उसी प्रकार पुराने घर की यादों को छोड़कर नया घर बनाते समय नाग-नागिन की मूर्ति रखना शुभ माना जाता है। यह परिवर्तन का प्रतीक है, जो नई शुरुआत को दर्शाता है।
श्रीमद्भागवत के 10वें अध्याय के 29वें श्लोक में भगवान कृष्ण ने कहा है, "अनन्तश्चास्मि नागानां," जिसका अर्थ है, "मैं नागों में शेषनाग हूं।" इस श्लोक के अनुसार, शेषनाग को भगवान का रूप माना जाता है। इसलिए, जब मकान की नींव में चांदी के नाग-नागिन की मूर्ति रखी जाती है, तो यह माना जाता है कि भगवान का वास उस घर में होता है, और घर में नकारात्मक शक्तियां प्रवेश नहीं कर पातीं।
चांदी को शुद्धता और शांति का प्रतीक माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की नींव में चांदी के नाग-नागिन रखने से घर में शांति और पवित्रता बनी रहती है। यह नकारात्मक शक्तियों को दूर करने में मदद करता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, नाग-नागिन की मूर्ति रखने से वास्तु दोषों से मुक्ति मिलती है। घर में जो नकारात्मक ऊर्जा होती है, वह दूर होती है और घर में सकारात्मकता का वास होता है। इस तरह, यह न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि वास्तु शास्त्र की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। चांदी के नाग-नागिन की मूर्ति को घर की नींव में रखना एक पुरानी परंपरा है, जो धार्मिक और वास्तु दोनों दृष्टिकोणों से महत्वपूर्ण है। यह न केवल घर की सुरक्षा और समृद्धि सुनिश्चित करता है, बल्कि घर के वास्तु दोषों को भी दूर करता है। अगर आप अपने घर में सुख, शांति, और समृद्धि की कामना करते हैं, तो वास्तु के इस महत्वपूर्ण उपाय को जरूर अपनाएं।
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