एचडीएफसी बैंक ने क्यों मांगी माफ़ी
एचडीएफसी बैंक ने क्यों मांगी माफ़ी
Share:

मुंबई : एचडीएफसी बैंक के मुंबई स्थित फोर्ट ब्रांच ने अपनी सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए जो इंतजाम किया है, उसे लेकर बैंक की सोशल मिडिया पर खिंचाई कर दी गई. बैंक ने अपने गेट के बाहर आयरन स्पाइक (लोही की नुकीली नोंक) लगा दी है. एचडीएफसी बैंक ये कारनामा जनता को बिलकुल रास नहीं आया और फिर दौर शुरू हुआ ट्विटर पर लोगों के द्वारा बैंक को खरी-खोटी सुनाने का. एचडीएफसी बैंक के मुंबई स्थित फोर्ट ब्रांच पर सुरक्षा के लिए लगाई गई गेट के बाहर लोहे की नुकीली कीलें बैंक के लिए सरदर्द बन गई है, यहाँ तक की बैंक को माफ़ी भी मांगना पड़ गई.

एचडीएफसी बैंक के इस अजीब निर्णय की तस्वीरें सोशल मीडिया खासतौर से ट्विटर पर काफी शेयर की गईं. जिसमें लोगों का कहना था कि इन नोंक की वजह से सड़क पर चल रहे पैदल यात्री, बुजुर्ग और बच्चे अपना नियंत्रण खोकर गिरने पर मर सकते हैं.  कुछ लोगों का कहना था कि ना केवल यह कीलें जानलेवा है बल्कि इससे आवारा जानवरों को भी नुकसान पहुंच सकता है. तारिक खान नाम के शख्स ने कहा- यह तस्वीर आपके एमजी रोड पर खुले नए ब्रांच की है. फैब इंडिया के अलावा यह एक अच्छा मॉडर्न ब्रांच है लेकिन यह कीलें क्यों लगा रखी है?.


रवि सुरोलिया नाम के यूजर ने कहा- आप बेशक किसी बेघर को अपनी ब्रांच के बाहर मत रहने दीजिए लेकिन इस तरह की व्यवस्था से गलती से गिरने पर किसी को नुकसान पहुंचने के साथ ही उसकी मौत हो सकती है, कृपया इन्हें हटा दें. सिमोन मुंडे ने लिखा- एचडीएफसी बैंक की तरफ से बेघरों के संकट का यह समाधान निकाला गया है. ट्विटर पर हुई खिंचाई के बाद बैंक ने आज लोगों से माफी मांगी है. बैंक ने कहा- फोर्ट ब्रांच में नुकीली कील लगाने के बाद जनता को हुई असुविधा के लिए हम तहेदिल से खेद प्रकट करते हैं, इन्हें हाल में लगाया गया था, हम प्राथमिकता के आधार पर इन स्पाइक्स को हटा रहे हैं.

बंधन बैंक के शेयर्स को मिला अच्छा प्रतिसाद

4 दिन तक बंद रहेंगे बैंक, निपटा ले ये काम

पंजाब नेशनल बैंक दिवालिया होने की कगार पर

 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
Most Popular
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -